अलवर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को अलवर के भूरा स्थित मातृ वन में पौधारोपण किया और यह संदेश दिया कि पर्यावरण संरक्षण से ही प्रकृति का संरक्षण संभव है।
भागवत ने इस अवसर पर कहा कि पेड़-पौधे लगाना आसान है, लेकिन उसकी संभाल करना बड़ा कठिन है, इसलिए सबका दायित्व है कि जिस तरीके से पौधारोपण करते हैं, उसी तरह पौधा जब तक तैयार नहीं हो, तब तक उसकी संभाल करें। उन्होंने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और राजस्थान सरकार के वन मंत्री संजय शर्मा से इस मातृ वन के बारे में जानकारी हासिल की और मातृ वन को देख कर खुशी जाहिर की।
इस मौके पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, वन राज्य मंत्री संजय शर्मा सहित संघ के अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे। मीडिया से बातचीत करते हुए यादव ने कहा कि मातृ वन जनभागीदारी से तैयार हुआ है जिसमें महिलाओं की भागीदारी सबसे ज्यादा है और जन भागीदारी का यह पहला प्रयोग है। इसमें 10,000 पौधों का रोपण किया गया है, जिनसे हरियाली मिलेगी।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बल मिलेगा और इसी मकसद से सर संघ चालक भागवत अलवर आए और मातृ वन में पौधारोपण किया। अलवर को हरा भरा देखकर वह खुश हुए। उनके यहां आने से देश में चल रहे पौधारोपण के ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को बल मिलेगा और उससे जुड़ी गतिविधियों में भी तेजी आएगी।
शर्मा ने कहा कि हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि आज मातृ वन में संघ प्रमुख भागवत ने वृक्षारोपण किया। यहां उनके द्वारा 11 पौधों का रोपण किया गया और उन्होंने सभी को स्पष्ट निर्देशित किया है कि इन पौधों का संरक्षण वृक्ष के रूप में होना चाहिए और यह हम सब की जिम्मेदारी है। इस मातृ वन का उद्घाटन चार अगस्त 2024 को किया गया था।