देश विरोधी गतिविधियों में लगे हैं अर्बन नक्सली, राष्ट्र सर्वोपरि भाव के साथ काम करें शिक्षक: निम्बाराम

दौसा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने कहा कि प्राचीन काल से ही समाज में शिक्षकों का सम्मानजनक स्थान व भूमिका रही है। ऐसे में शिक्षकों की जिम्मेदारी बनती है कि वे युवा पीढ़ी को शिक्षा देने के साथ देश व समाज के सामने मौजूद चुनौतियों से भी अवगत कराए।

उन्होंने कहा कि समाज परिवर्तन के लिए हमारी क्या भूमिका है, इस पर सभी को विचार करना चाहिए। देश हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें… यह भाव हमेशा याद रहना चाहिए। वे गुरूवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर दौसा के गेटोलाव रोड़ स्थित आदर्श विद्या मंदिर में आयोजित आचार्य सम्मान समारोह को बतौर मुख्य वक्ता सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि आज भी समाज में अनेकों विषमताए व्याप्त हैं। उन्हें दूर करने के लिए राष्ट्रीय विचार का स्मरण रखते हुए समाज के अभावग्रस्त वर्ग के उत्थान के लिए काम करना होगा। हमें राष्ट्र भावना के मूल लक्ष्य को लेकर काम करना है। वर्तमान में अंग्रेजी शिक्षा को लेकर कई तरह चर्चाए होती हैं। हमारे प्रदेश में हिंदी भाषा माध्यम की ही प्रमुखता है।

शिक्षा में भाषा माध्यम बदलने से ही गुणवत्ता आएगी, इस धरणा से बाहर निकलना होगा। वर्तमान में प्रतिस्पर्धा के दौर में नवाचार करने होंगे। विद्या मंदिरों में पढ़ने वाले अनेकों छात्र भी बड़े प्रशासनिक ओहदों पर हैं। ऐसे में समाज के लोगों को भी आवश्यकता महसूस होती है कि गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ संस्कार देने वाले विद्यालय होने चाहिए।

जीवन में विनम्रता होना जरूरी

क्षेत्र प्रचारक ने कहा कि जीवन में विनम्रता अवश्य होनी चाहिए।युगानुकूल परिवर्तन वर्तमान की आवश्यकता है और यह प्राचीन समय से ही चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद देश के लोगों में राष्ट्रीय भाव जागृत तो हुआ लेकिन अर्बन नक्सल विचार के लोग आज भी देश विरोधी गतिविधियों में लगे हुए हैं। इसलिए हमें विचार के प्रति दृढता रखते हुए समाज को जोड़ना होगा।

संघ ने शताब्दी वर्ष में पंच प्रण का आह्वान किया है कि सामाजिक समरसता, स्वदेशी, पर्यावरण, कुटुंब प्रबोधन व नागरिक कर्तव्य आदि विषयों को समाज में लागू करने के साथ हमें अपने परिवारों में व्यवहार में लाना होगा। ऐसे में सभी को राष्ट्र सर्वोपरि के भाव के साथ काम करना होगा।

कार्यक्रम में 678 शिक्षकों का सम्मान किया गया साथ ही भामाशाहों व प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया। इस दौरान विद्या भारती के प्रान्त मंत्री डॉ. ब्रजमोहन वर्मा, संघ के विभाग सह संघचालक प्यारेलाल मीणा, जिला संघचालक भगवान सहाय सैनी, जिला समिति अध्यक्ष मोतीलाल सैनी, व्यवस्थापक राजेन्द्र सोनी समेत बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।

अजमेर 1992 ब्लैकमेल कांड : जयपुर में सर्व हिन्दू समाज का धरना