पालक्काड। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय समन्वय बैठक 31 अगस्त से 2 सितंबर तक केरल के पालक्काड में होगी। इस महत्वपूर्ण समन्वय बैठक में आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और सभी छह सह सरकार्यवाह उपस्थित रहेंगे। इसके अतिरिक्त, विभिन्न कार्य विभागों के प्रमुख भी इस बैठक में भाग लेंगे। केरल में पहली बार आरएसएस की समन्वय बैठक का आयोजन किया जा रहा है।
पंच परिवर्तन के साथ सामाजिक परिवर्तन की पहल
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि आरएसएस ने अपने शताब्दी वर्ष 2025 विजयदशमी तक पांच प्रमुख पहलों को लॉन्च करने की योजना बनाई है, जिसे पंच परिवर्तन का नाम दिया गया है। ये पहले सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्व और नागरिक कर्तव्य पर केंद्रित होंगी।
शनिवार से प्रारम्भ होने वाली इस समन्वय बैठक में आरएसएस से प्रेरित 32 संगठन भाग लेंगे। प्रत्येक संगठन के पदाधिकारी, जैसे राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन सचिव और अन्य महत्वपूर्ण पदाधिकारी बैठक में सम्मिलित होंगे। बैठक में विभिन्न संगठनों से 230 कार्यकर्ताओं और सीधे संघ से जुड़े 90 कार्यकर्ताओं के भाग लेने की आशा है।
बांग्लादेश के मुद्दे पर चर्चा की सम्भावना को लेकर पछे गए प्रश्न के जवाब में अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख ने कहा कि सभी ऐसे मुद्दे महत्वपूर्ण हैं। विभिन्न संगठनों ने अपनी आवाज उठाई है, इसलिए इस विषय पर भी चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 2025 में संघ सौ वर्ष का हो जाएगा। इस अवसर पर और अधिक सामाजिक परिवर्तन की गतिविधियों का प्रस्ताव रखा गया है। इन गतिविधियों को बड़े पैमाने पर पहुंचाने के लिए पंच परिवर्तन अर्थात विभिन्न क्षेत्रों में पांच प्रमुख पहलों को अपनाया जा रहा है। समन्वय बैठक में चर्चा होगी कि सभी संगठन कैसे इन मुद्दों में भाग ले सकते हैं और इन्हें आगे बढ़ा सकते हैं।