लखनऊ। विवादित बयानो के कारण चर्चा में रहने वाले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से त्यागपत्र दे दिया।
पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजे पत्र में उन्होेने इस्तीफे की पेशकश इस तर्क के साथ की है कि उनके बयान दलित, पिछड़े और आदिवासियों के हित में होते है मगर पार्टी उन्हे उनका निजी बयान कह कर पल्ला झाड़ लेती है जबकि अन्य राष्ट्रीय महासचिवों के बयान पार्टी के ही माने जाते है।
इसके अलावा कई मौकों पर पार्टी हित में उनके सुझावों और प्रयासों की अनदेखी की गई है जो स्वीकार्य नहीं है। इसलिए वे महासचिव पद से इस्तीफा दे रहे है हालांकि पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता के नाते वह पार्टी हित में काम करते रहेंगे।
गौरतलब है कि मौर्य ने रामचरितमानस और हिन्दू धर्म को लेकर कई विवादित बयान दिए हैं जिसको लेकर उनकी खासी आलोचना हुई है। सपा विधायक मनोज पांडे समेत कुछ अन्य नेता तो खुल कर उनके बयानो का विरोध करते रहे हैं वहीं सपा नेतृत्व ने मौर्य के बयानाे से पल्ला झाड़ा है।