अयोध्या में 12 साल की मासूम बच्ची से गैंगरेप का आरोपी सपा नेता अरेस्ट

अयोध्या/लखनऊ। उत्तर प्रदेश की अयोध्या पुलिस ने गुरुवार को गैंगरेप के आरोपी और समाजवादी पार्टी (सपा) नेता समेत दो लोगों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया।

अधिकृत सूत्रों ने बताया कि अयोध्या पुलिस ने 12 साल की मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप करने वाले आरोपी सपा के भदरसा नगर अध्यक्ष मोइद खान और उसकी बेकरी में काम करने वाले एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है।

पीड़ित के परिजनों को मामले की जानकारी तब हुई जब मासूम गर्भवती हो गई। इसके बाद मासूम के परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नैयर ने बताया कि सपा नेता मोइद खान ने पहले बच्ची के साथ बलात्कार किया और फिर इसका वीडियो बनाया। अपनी घटिया करतूत का वीडियो दिखाकर और धमकी देकर आरोपी करीब ढाई महीने तक रेप को अंजाम देता रहा। इस करतूत को माेइद खान ने अपनी बेकरी में काम करने वाले राजू खान की मदद से अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि मामले का खुलासा दो माह बाद नाबालिग के गर्भवती होने पर हुआ।

पुलिस ने बताया कि पूरा मामला थाना पूराकलंदर के भदरसा कस्बे का है। परिजनों के मुताबिक नाबालिक के पेट में दर्द होने पर वह डॉक्टर्स के पास लेकर पहुंचे, जिसके बाद मासूम के गर्भवती होने की पुष्टि हुई। पुलिस ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर पॉक्सो एक्ट के तहत आराेपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। साथ ही दोनों आरोपी सपा नगर अध्यक्ष मोइद खान और उसके साथी राजू खान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

नैयर ने बताया कि पीड़िता के पिता की दो साल पहले मौत हो चुकी है। घर का गुजारा उसकी मां और बहनों के द्वारा मजदूरी से मिले पैसे से चलता है। आरोप है कि ढाई महीने पहले जब पीड़ित मजदूरी कर घर लौट रही थी तो मोइद खान की बेकरी में काम करने वाला राजू खान उसके पास आया और कहा मोइद खान तुम्हें बुला रहे हैं। जब पीड़ित वहां पहुंची तो मोइद खान ने उसके साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया।

आरोप है कि सपा नेता मोइद खान ने रेप किया और राजू ने मोबाइल से वीडियो बनाया। इसके बाद राजू ने भी अपनी हवस पूरी की। इसके बाद ये सिलसिला आम हो गया और लगातार पीड़ित किशोरी के साथ यह दोनों रेप करते रहे। पीड़ित नाबालिग के साथ मोइद खान की करतूत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस विषय पर अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि मुझे तो इस बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। वो मामले में कुछ भी बोलने से कतराते रहे।

कानून व्यवस्था के लिए खतरा बने हुए हैं सपा के नेता : योगी

उत्तर प्रदेश विधानसभा में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी (सपा) को कठघरे में खड़ा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिला सुरक्षा के लिए सपा के नेता खतरा बने हुए हैं।

मानसून सत्र के अंतिम दिन गुरुवार को अपने संबोधन में योगी ने कहा कि अयोध्या में अति पिछड़ी बच्ची से दुष्कर्म व हरदोई में अधिवक्ता की हत्या में सपा के नेताओं का नाम आ रहा है। अयोध्या का आरोपी सांसद का करीबी है तो हरदोई मामले का आरोपी सपा का पूर्व जिलाध्यक्ष है और 2012 से 2017 के मध्य सपा शासन में इस पर कई मामले दर्ज हुए। यह समाज के कोढ़ हैं। इस कोढ़ को जब तक हटाएंगे नहीं, तब तक यूपी की स्थिति को ठीक करने में कठिनाई होगी। ऐसे अपराधियों को गोली न मारें तो क्या माला पहनाएं।

उन्होने 2016 से 2024 के एनसीआरबी के आंकड़ों को बताते हुए कानून का राज स्थापित करने की प्रााथमिकता को गिनाया। योगी ने एनसीआरबी के आंकड़ों को गिनाते हुए 2016 से 2024 के तुलनात्मक अंतर को बताकर यूपी में अपराधों में आई कमी की तरफ सदन का ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने बताया कि डकैती में 86.47, लूट में 78. 17, हत्या में 43.21, बलवा में 67.42, ग्रह भेदन 4.31, फिरौती के लिए अपहरण में 70 फीसदी की कमी आई है।

योगी ने कहा कि दहेज मृत्यु दर में 17.43, बलात्कार में 25.30, शीलभंग में 16.56, अपहरण में 0.17 फीसदी की कमी आई है। महिलाओं के विरुद्ध घटित अपराधों में राष्ट्रीय औसत पर नजर डालें तो उत्तर प्रदेश में 2017 से 2022 तक महिलाओं के प्रति अपराध बहुत कम हुए हैं।

2017 से 2022 में यूपी के सापेक्ष तेलंगाना, उड़ीसा, राजस्थान, पं. बंगाल, महाराष्ट्र में अपराध अधिक बढ़े थे। बलात्कार के मामले में इस दौरान छत्तीसगढ़, केरल, राजस्थान व झारखंड में यूपी से अधिक अपराध घटित हुए थे। यूपी का इसमें 24वां स्थान है। शील भंग में यूपी का 17वां स्थान है यानी 16 राज्यों में यूपी से अधिक अपराध हुए हैं।

उन्होंने बताया कि यूपी में निरोधात्मक कार्रवाई के तहत शस्त्र अधिनियम के तहत 2016 की तुलना में 2024 में 4.45 प्रतिशत, एनडीपीएस में 14.98 फीसदी, आबकारी अधिनियम के अंतर्गत 57.95 प्रतिशत, गुंडा अधिनियम 70.69, गैंगस्टर के तहत 15.81 फीसदी अधिक कार्रवाई हमारी सरकार ने की है। प्रदेश सरकार द्वारा बढ़ाए गए कदम हर किसी के सामने है।