संस्कृत श्रेष्ठ, समृद्ध एवं वैज्ञानिक भाषा : डॉ. मधुर मोहन रंगा

संस्कृत सप्ताह का समारोहपूर्वक समापन

अजमेर। संस्कृत भारती व क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के प्रायोगिक बहुउद्देशीय विद्यालय अजमेर के संयुक्त तत्वावधान में 27 अगस्त से आयोजित संस्कृत सप्ताह का समापन शनिवार को क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के सभागार में संपन्न हुआ।

इस मौके पर मुख्य वक्ता अम्बिकापुर विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रभारी कुलपति डॉ. मधुर मोहन रंगा ने कहा कि विश्व की प्राचीनतम भाषा संस्कृत विभिन्न भाषायी विशेषताओं से परिपूर्ण एक श्रेष्ठ, समृद्ध एवं वैज्ञानिक भाषा हैं। एक वाक्य रचना को विभिन्न प्रकार से लिखने की कला संस्कृत भाषा में ही हैं। संस्कृत के मान कवि माघ द्वारा रचित शिशुपालवध का सम्पूर्ण श्लोक एक से चार व्यंजन से लिखा गया हैं जिसमें 144 छन्द व सिर्फ एक ही व्यंजन हैं। प्रो. रंगा ने कहा की देश के अधिकतर संस्थाओं के ध्येय वाक्यों में संस्कृत का ही प्रयोग किया गया हैं।

अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद् के विशेष आमंत्रित सदस्य एवं मुख्य अतिथि जेएस राणा ने संस्कृत को जनवाणी बनाने के लिए आह्वान किया। उन्होंने कि संस्कृत रोजगारपरक व सभी भाषाओं की जननी हैं तथा संस्कृत सम्भाषण कार्यक्रमों के माध्यम से निःशुल्क रूप से बोलना और पढ़ना संस्कृत भारती दशकों से सीखा रही है। उन्होंने संस्कृत की महिमा और संस्कृत की उपयोगिता के बारे में जानकारी दी।

क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के प्राचार्य एसटी सिंह ने संस्कृत को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए कहा कि संस्कृत देवों की भाषा हैं। कार्यक्रम में संस्कृत भारती के प्रांत कार्यकारणी सदस्य भूपेंद्र सिंह चौहान ने संस्कृत भारती की ओर से चलाए जा रहे निःशुल्क सम्भाषण शिविरों व प्रकल्पों, प्रतिवर्ष संस्कृत सप्ताह के अन्तर्गत आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं व संस्कृत दिवस मनाए जाने संबंधी जानकारी दी।

संस्कृत भारती के महानगर अध्यक्ष विष्णु शरण शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा मंच संचालन प्रायौगिक बहुउद्देशीय विद्यालय के हरिओम शर्मा व महानगर सहमंत्री हिम्मत सिंह ने किया। अध्यक्षता क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के प्राचार्य एसवी शर्मा ने की। समापन कार्यक्रम प्रतिभागियों द्वारा शिव तांडव स्त्रोत, मां काली व अन्य देवी देवताओं के वेश में किए गए नृत्य मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहे।

कार्यक्रम में संस्कृत सप्ताह संयोजक रीना चौधरी, सह संयोजक बबली चौहान, मनीषा कुमारी, गुमान सिंह, रेखा शर्मा सहित संस्कृत भारती अजमेर महानगर के कार्यकर्ता उपस्थित थे। प्रतियोगिताओं में संस्कृत सप्ताह के तहत संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिता, मंत्र व श्लोक आधारित चित्र निर्माण प्रतियोगिता, समूह गीत प्रतियोगिता तथा संस्कृत गीत आधारित समूह नृत्य प्रतियोगिता का कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्ग में आयोजन किया गया जिसमें अजमेर महानगर के 17 विभिन्न विद्यालय के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिसका परिणाम निम्न रूप से रहा:-

पुरस्कार विजेता

संस्कृत समूह गीत प्रतियोगिता : कनिष्ठ वर्ग

मयूर स्कूल (प्रथम स्थान), संस्कृत द स्कूल दल (द्वितीय स्थान), एचकेएच पब्लिक स्कूल (तृतीय स्थान)

संस्कृत समूह गीत प्रतियोगिताः वरिष्ठ वर्ग

मयूर स्कूल व एचकेएच पब्लिक स्कूल (प्रथम स्थान)
माहेश्वरी पब्लिक स्कूल व प्रायोगिक बहुउद्देश्य विद्यालय (द्वितीय स्थान)
लोरेन्स एण्ड मेयो पब्लिक स्कूल व भट्टनागर आदर्श विद्या निकेतन विद्यालय (तृतीय स्थान)

संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिताः कनिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान मयूर स्कूल से-लावन्या पंथ
द्वितीय स्थान माहेश्वरी पब्लिक स्कूल से-अच्युतम तिवारी
तृतीय स्थान मयूर स्कूल से-आर्या बंसल
तृतीय स्थान सतगुरू इंटरनेशल स्कूल से-आराध्या पलोड

संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिताः वरिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान मयूर स्कूल से- प्रसिद्धि टांक
द्वितीय स्थान प्रायोगिक बहुउद्देश्य विद्यालय से-कनिका अग्रवाल
तृतीय स्थान प्रायोगिक बहुउद्देश्य विद्यालय से-मोहित देवड़ा
विशेष पुरस्कार प्रायोगिक बहुउद्देश्य विद्यालय से- मास्टर थॉमस सिंह

संस्कृत मंत्र/ श्लोक आधारित चित्र निर्माण प्रतियोगिताः-कनिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान मयूर स्कूल से-प्रियम्वदा सिंह
द्वितीय स्थान) माहेश्वरी पब्लिक स्कूल से-इशान्या सोनी
तृतीय स्थान) मयूर स्कूल से-सईद फसिल चिश्ती

संस्कृत मंत्र/ श्लोक आधारित चित्र निर्माण प्रतियोगिता:-वरिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान मयूर स्कूल से- विभूति मेहता
द्वितीय स्थान माहेश्वरी पब्लिक स्कूल से -दिव्यमन कुमार राय
तृतीय स्थान मयूर स्कूल से- स्नेहा गर्ग
तृतीय स्थान सतगुरू इंटरनेशल स्कूल से-हनीश सोनी

संस्कृत गीत आधारित समूह नृत्य प्रतियोगिताः-कनिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान- मयूर विद्यालय
द्वितीय स्थान -एमपीएस
तृतीय स्थान -एचकेएच

संस्कृत गीत आधारित समूह नृत्य प्रतियोगिता:-वरिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान-आर्यन पब्लिक विद्यालय
द्वितीय स्थान -मयूर विद्यालय
तृतीय स्थान -एमपीएस