आदर्श नारी जीवन का श्रेष्ठ प्रतिमान हैं अहिल्याबाई होलकर : डॉ. मधुरमोहन रंगा

अहिल्या बाई होलकर के 300वें वर्ष के उपलक्ष में विचार गोष्ठी
अजमेर। भारत ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व के सामने सर्वगुण संपन्न आदर्श नारी का श्रेष्ठ प्रतिमान रहा है। खासकर माता अहिल्याबाई होल्कर का संपूर्ण जीवन इसकी मिसाल है। यह विचार बुधवार को पुष्कर रोड स्थित आदर्श विद्या निकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय में माता अहिल्याबाई होलकर के त्रिशताब्दी वर्ष के उपलक्ष में आयोजित विचार गोष्ठी में उपस्थित विद्यार्थियों एवं मातृशक्ति को संबोधित करते हुए अंबिकापुर विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के पर्यावरण विभाग के पूर्व विभाग अध्यक्ष डॉ माधुर मोहन रंगा ने व्यक्त किए।

इस अवसर पर उन्होंने कहा की सामान्य चरवाहे की बेटी से लेकर मालवा की रानी के रूप में माता अहिल्याबाई का जीवन प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रेरणा का महत्वपूर्ण स्रोत है। विद्यालय के प्रधानाचार्य भूपेंद्र उबाना ने कार्यक्रम की प्रासंगिकता बताते हुए कहा कि भारत में षडयंत्रपूर्वक यह विमर्श स्थापित करने की चेष्टा वर्षानुवर्ष की गई कि यहां महिलाएं सदैव दबी कुचली रही हैं, लेकिन माता अहिल्या का जीवन चरित्र सुनने के बाद सहज ही यह अनुभव होता है कि भारत की महान नारियों ने समाज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया।

इसी उद्देश्य से समय-समय पर विद्यालय इस प्रकार के विचार गोष्ठियों का आयोजन अपने विद्यार्थियों और उनके विभागों के लिए करवाता रहता है। इस अवसर बालिकाओं के लिए माता अहिल्या बाई बनो प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें प्रथम पुरस्कार कक्षा प्रभात की विद्यार्थी लक्ष्मी सेन पुत्री नारायण सेन रहीं जिसे अतिथियों ने पुरस्कार प्रदान किया।

विद्यालय सचिव योगेश गौड़ ने कहा 300ंवें जन्म वर्ष के उपलक्ष में विद्यालय द्वारा वर्षभर और भी कार्यक्रम किए जाएंगे। कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष शंभूसिंह लाम्बा,सचिव योगेश गौड़, पूर्व छात्र संयोजक राहुल सचवानी सहित बड़ी संख्या में मातृ शक्ति उपस्थित रहीं।