पुष्कर विधानसभा चुनाव
अजमेर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी समझे जाने वाले अजमेर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्रीगोपाल बाहेती पुष्कर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी टिकट ना मिलने से खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। ऐसे में उनके भीतर बगावत का जोश क्या गुल खिलाएगा यह अभी समय के गर्त में छिपा है।
बतादें कि पुष्कर विधानसभा सीट से दो बार चुनाव हारने के बाद भी कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष नसीम अख्तर को पार्टी टिकट से नवाजा गया है। इधर नसीम को टिकट मिलते ही कांग्रेस में विरोध की चिंगारी भडक उठी। पूर्व विधायक बाहेती ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और प्रदेश कांग्रेस से पुष्कर से टिकट बदलने की मांग की है। उन्होंने साफ किया है कि टिकट नहीं बदलने पर कार्यकर्ताओं-जनता की सलाह पर वे चुनाव मैदान में उतरेंगे।
पुष्कर विधानसभा क्षेत्र से डॉ. बाहेती साल 2003 में विधायक रह चुके हैं। कांग्रेस ने पीसीसी उपाध्यक्ष नसीम अख्तर को लगातार तीसरी बार पुष्कर से प्रत्याशी बनाया है। जबकि वे 2013 और 2018 में भाजपा प्रत्याशी सुरेश रावत से चुनाव हार चुकी हैं। डॉ. बाहेती ने इसको लेकर विरोध जताया है।
उल्लेखनीय है कि डॉक्टर गोपाल बाहेती अजमेर उत्तर से चुनाव लड़ने के चक्कर में पुष्कर विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर आए थे। इसके बाद अजमेर से वे चुनाव हार गए। इस बार उन्होंने पुष्कर से फिर चुनाव लड़ने का मानस बनाया हुआ था। टिकट ना मिलने से उनके सपने टूट गए। ऐसे में सपना सच करने के लिए निर्दलीय चुनाव लड़ना ही एकमात्र रास्ता बचा है।