कोटा में फिर शुरू हो गया कोचिंग छात्रों की सुसाइड का अंतहीन सिलसिला

कोटा। देश की प्रमुख कोचिंग सिटी कहे जाने वाले राजस्थान के कोटा में कोचिंग छात्रों के आत्महत्या करने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी महीने में कोटा में एक के बाद एक पांच कोचिंग कोचिंग छात्रों की मौत हो गई।

हालांकि इनमें से एक कोचिंग छात्र की मौत को आत्महत्या से हटकर संदिग्ध माना जा रहा है लेकिन पिछले 24 घंटे से भी कम समय में ही कोटा शहर के विज्ञान नगर इलाके में कोचिंग दो छात्रों ने फांसी से लटक कर अपनी जान दे दी। आत्महत्या करने वाले यह सभी छात्र नीट या जेईई में प्रवेश के सपने सजाए हुए उसकी तैयारियों के लिए यहां की कोचिंग संस्थानों में कोचिंग के लिए बाहर के राज्यों से आए हुए थे।

कोटा में एक ओर कोचिंग छात्र आदित्य सेठ (17) ने मंगलवार रात्रि को फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। मृत्यु पूर्व लिखे पत्र में उसने स्वेच्छा से आत्महत्या करने की बात कबूल की है।

सूत्रों ने बताया कि मृतक छात्र आदित्य सेठ के कमरे से उसका लिखा एक पत्र भी बरामद हुआ है जिसमें उसने स्वेच्छा से आत्महत्या करने की बात लिखते हुए कहा है कि मैं अपनी मर्जी से जीवन खत्म कर रहा हूं। मेरी मौत के पीछे किसी का हाथ नहीं है। विज्ञान नगर पुलिस ने कोचिंग छात्र की मौत के मामले को मर्ग में दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इसके पहले मंगलवार रात को विज्ञान नगर में ही नीट के एक कोचिंग छात्र मेहुल वैष्णव ने आत्महत्या कर ली थी। कोटा में इस महीने कोचिंग छात्र के आत्महत्या करने की यह पांचवी घटना है। इसके पहले इसी महीने की 7 जून को पश्चिमी बंगाल के कोचिंग छात्र परितोष (18) की कोटा के महावीर नगर द्वितीय इलाके में संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी।

इसके बाद 12 जून को महाराष्ट्र के जेईई की तैयारी कर रहे हैं लेकिन छात्र भार्गव केशव (17) में जवाहर नगर थाना क्षेत्र के एक निजी होस्टल में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। भार्गव केशव ने जिस दिन आत्महत्या की, उसके थोड़ी देर पहले ही उसके माता-पिता महाराष्ट्र से उससे मिलने के लिए कोटा आए थे।

जिस समय वे चाय पीने के लिए हॉस्टल के नीचे बाहर गए तो पीछे से उसने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। परिजनों के चाय पीकर लौटने के बाद ही भार्गव केशव के आत्महत्या करने का उन्हें पता चला।

इसी प्रकार गत 16 जून को बिहार के समस्तीपुर निवासी कोचिंग छात्र रोशन (21) ने महावीर नगर तृतीय में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी जिसकी आत्महत्या करने के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है क्योंकि वह घटना के एक दिन पहले ही दिल्ली में अपने रिश्तेदारों से मिलकर लौटा था। कोटा आकर भी उसने अपने परिवारजनों से फोन पर बातचीत की है। तनाव जैसी कोई बात नहीं थी। वह कोटा में नीट की कोचिंग ले रहा था।