बेंगलूरु। जनता दल (सेक्युलर) (जेडीएस) के नेता एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) से आग्रह किया कि वह कर्नाटक में हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर 16 वर्ष से कम उम्र की नाबालिगों सहित 400 महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार एवं यौन उत्पीड़न में शामिल होने का आरोप लगाने वाले सार्वजनिक बयान के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी को नोटिस जारी करें।
कुमारस्वामी ने पत्रकारों से बात करते हुए शिवमोग्गा में एक जनसभा के दौरान लगाए गए उनके सीधे आरोपों पर प्रकाश डालते हुए एसआईटी को राहुल गांधी से जानकारी इकट्ठा करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस मुद्दे के संबंध में विशिष्ट विवरण और सबूतों तक गांधी परिवार की स्पष्ट पहुंच पर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने शिवमोग्गा में एक जनसभा के दौरान सीधे प्रज्वल रेवन्ना पर 400 महिलाओं के साथ दुष्कर्म में शामिल होने का आरोप लगाया। वायनाड सांसद ने सीधे आरोप लगाए और ऐसा लगा कि उनके पास इस मुद्दे से संबंधित जानकारी और सबूत हैं। यह हैरान करने वाली बात है कि एसआईटी ने अब तक राहुल गांधी को नोटिस क्यों नहीं जारी किया, जबकि उनके इस दावे के बावजूद कि उनके पास इस संबंध में सबूत हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर साजिश रचने और पेन ड्राइव के वितरण में अहम भूमिका निभाने का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हम इस मामले में न्याय करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वीडियो प्रसारित करने के लिए जिम्मेदार लोगों सहित जवाबदेह लोगों को परिणाम भुगतना होगा। यदि मुख्यमंत्री नैतिक सिद्धांतों को बरकरार रखते हैं तो उन्हें शिवकुमार को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए।
जेडीएस के वरिष्ठ नेता ने एसआईटी को सिद्धारमैया-शिवकुमार जांच टीम कहा। कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी न्यायिक जांच के लिए भी तैयार है, अगर इसकी जांच शीर्ष अदालत या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा की जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि 26 अप्रैल के मतदान से पहले वीडियो क्लिपिंग के साथ लगभग 25,000 पेन ड्राइव न केवल हासन में बल्कि बेंगलूरु ग्रामीण और मांड्या सहित अन्य स्थानों पर भी वितरित किए गए थे।
उन्होंने कहा कि 21 अप्रैल को प्रज्वल के पोलिंग एजेंट ने हासन के उपायुक्त और चुनाव अधिकारी को एक शिकायत दी जिसमें कहा गया कि नवीन गौड़ा, कार्तिक गौड़ा, चेतन और पुट्टन्ना वीडियो वाले पेन ड्राइव के वितरण के पीछे थे। एसआईटी ने उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की, उन्हें क्यों बख्शा गया। कुमारस्वामी ने वीडियो के लीक और व्यापक प्रसार सहित हासन में महिलाओं पर कथित अपराध की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच की भी मांग की।
उन्होंने एसआईटी जांच की निष्पक्षता पर गंभीर संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि शीर्ष पुलिस अधिकारी हर दिन मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री से मिल रहे हैं और उनके इशारे पर काम कर रहे हैं। एसआईटी प्रज्वल रेवन्ना द्वारा महिलाओं के साथ कथित दुर्व्यवहार और उनके पिता वरिष्ठ जेडीएस विधायक एचडी रेवन्ना के खिलाफ छेड़छाड़ और अपहरण के प्रयास के एक अन्य मामले की जांच कर रही है।