राहुल गांधी की जीभ काटने के लिए शिवसेना विधायक ने की ईनाम देने की घोषणा

मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना (एकनाथ शिंदे समूह) विधायक संजय गायकवाड़ ने सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की जीभ काटने के लिए 11 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा करके राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया। कांग्रेस ने गायकवाड़ के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज करने की मांग की।

गायकवाड़ ने कहा कि राहुल गांधी पिछड़े आदिवासियों और अन्य के लिए आरक्षण खत्म करना चाहते हैं और इसलिए वे इसे खत्म करने की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। गायकवाड़ ने कहा कि जब महाराष्ट्र और देश में आरक्षण की मांग उठ रही है तो राहुल गांधी ने देश में आरक्षण खत्म करने का बयान दिया। लोकसभा चुनाव में उन्होंने वोट पाने के लिए झूठी कहानी फैलाई जबकि आज वह आरक्षण खत्म करने की भाषा बोल रहे हैं और कांग्रेस का असली चेहरा दिखा दिया है।

शिवसेना विधायक ने कहा कि यह भारत के लोगों के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात है। राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को मैं 11 लाख रुपए का इनाम दूंगा। गायकवाड़ ने हाल ही में अमेरिका यात्रा के दौरान राहुल गांधी द्वारा की गई कथित आरक्षण विरोधी टिप्पणी पर निशाना साधते हुए यह घोषणा की।

महा विकास अघाड़ी के सहयोगी कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) ने गायकवाड़ की घोषणा पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और महायुति सरकार की आलोचना की जबकि सत्तारूढ़ सहयोगी भारतीय जनता पार्टी ने इस विवाद से खुद को अलग कर लिया।

राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि वह शिवसेना विधायक के बयानों का समर्थन नहीं करते। कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने टिप्पणी की निंदा की तथा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से गायकवाड़ के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जब सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक लोकसभा में विपक्ष के नेताओं को नुकसान पहुंचाने के लिए इनाम की घोषणा करते हैं तो मुख्यमंत्री और गृह मंत्री मूकदर्शक नहीं बने रह सकते।

वडेट्टीवार ने कहा कि शिंदे शिवसेना राहुल गांधी का नाम लेने के भी लायक नहीं है। गायकवाड़ एक चोरी की पार्टी के गद्दार विधायक से ज्यादा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता शिंदे और उनके सभी विधायकों को सबक सिखाएगी। उन्होंने सरकार से कहा कि अगर राज्य में कानून का एक कण भी बचा है तो गायकवाड़ के खिलाफ उनके विवादास्पद बयान के लिए तुरंत कार्रवाई की जाए।

वडेट्टीवार ने कहा कि महाराष्ट्र में सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के अलावा मौजूदा राज्य सरकार ने राजनीतिक सौहार्द और संसदीय परंपराओं को भी नष्ट किया है। गायकवाड़ पहले भी विवादों के केंद्र में रह चुके हैं। हाल ही में वह एक पुलिसकर्मी से अपनी कार धुलवाने को लेकर चर्चा में रहे थे। एक अलग मौके पर उन्होंने दावा किया कि उन्होंने वर्ष 1987 में एक बाघ का शिकार किया था। इस पर वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत आरोप भी लगे थे।

गायकवाड़ ने कहा था कि आरक्षण के मुद्दे पर हाल ही में अमरीका यात्रा के दौरान दिए गए बयान के लिए राहुल गांधी की जीभ काटने के लिए 11 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। गायकवाड़ ने भी राहुल गांधी के बयान को बड़ा झूठ बताया।