अजमेर। शिवाजी केवल महाराष्ट्र के नहीं अपितु सम्पूर्ण भारत के नायक हैं जिनसे भारत का जनमानस सदैव प्रेरणा प्राप्त करता रहा है। जब भारत अपने स्वराज के 75 साल मना रहा है तो स्वराज के उदित दिवाकर शिवाजी महाराज की जन्म जयंती को कैसे विस्मृत किया जा सकता है। यह विचार रविवार को शिवाजी जयंती के अवसर पर महाराष्ट्र मंडल अजमेर और छत्रपति शिवाजी सेवार्थ समिति के तत्वावधान में आनासागर चौपाटी पर आयोजित भव्य भगवा रैली और सांस्कृतिक संध्या के अवसर पर मुख्य वक्ता पृथ्वीसिंह भोजपूरा ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा शिवाजी का संघर्ष केवल राज प्राप्ति के लिए नही वरन सांस्कृतिक जीवन मूल्यों के संरक्षण के लिए था। इसलिए भारत अगर आज भारत रूप में बचा रहा तो उसमे शिवाजी महाराज की भूमिका अविस्मरणीय है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नरसिंह मंदिर होलीदडा के महंत श्याम सुंदर शरण देवाचार्य जी महाराज ने कहा की शिवाजी महाराज के संघर्ष के साथ ही उनका चरित्र भी आज के पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है। संस्कृति कार्यक्रम का संचालन करते हुए माधवी स्टीफन द्वारा शिवाजी महाराज की कई किस्से सुना कर उपस्थित जनसमूह को रोमांचित कर दिया।
शिक्षा संकुल कोचिंग संस्थान की पांच बालिकाओं के समूह ने मां भवानी गीत तथा हाउस ऑफ डांस समूह ने शिवाजी से संबंधित गीतों की पैरोडी पर नृत्य की प्रस्तुति दी। शिवाजी के अफजल खान से हुए युद्ध को भी नाटक के माध्यम से रैली के दौरान स्थान स्थान पर प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम से पूर्व विशाल पैदल भगवा रैली का आयोजन किया गया जिसमे अश्वरूढ़ शिवाजी की जीवन झांकी, तलवार बाजी, लाठी संचालन, मराठी मातृशक्ति द्वारा लेजियम नृत्य, आगबाजी के प्रयोग आदि प्रमुख आकर्षण रहे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अजमेर के संघचालक खाजुलाल चौहान, शिवाजी सेवार्थ समिति के श्रीनाथ गोयल, महाराष्ट्र मंडल के प्रकाश डी चौगांवकर समेत कार्यक्रम में स्थानीय जन प्रतिनिधियों सहित कई संगठनों के पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या स्थानीय समाज बंधु भगिनी सम्मिलित हुए।