प्रयागराज। बहुजन समाज पार्टी विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या में शामिल एक आरोपी को उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में एक सशस्त्र मुठभेड़ में मार गिराया।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी की शाम हत्या कर दी गई। इस घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया था। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य विधानसभा में सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था और उसी कड़ी में सभी आरोपियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।
कुमार ने बताया कि घटना में शामिल आरोपियों में एक पुरा मुफ्ती थाना अंतर्गत मल्लाहपुर निवासी अरबाज धूमनगंज इलाके में पुलिस के साथ मुठभेड़ में घायल हो गया था जिसे अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि मृतक आरोपी उमेश पाल की हत्या में इस्तेमाल किए गए वाहन को चला रहा था और फायरिंग में भी वह भी शामिल था।
उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस ने पेशेवर अपराधियों, माफियाओं और गैंगस्टरों के खिलाफ अभियान चलाया है। इसके अलावा, ऐसे तत्वों को संरक्षण देने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 130 बी के तहत कार्रवाई की जाएगी और यह माना जाएगा कि वे भी इस कृत्य में भी शामिल थे।
कुमार ने कहा कि डीजीपी कार्यालय द्वारा प्रयागराज में स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। गिरफ्तारी पर नकद इनाम घोषित किया जाए और विभिन्न स्तरों पर राशि बढ़ाई जाए। जरूरत पड़ी तो डीजीपी स्तर से इनाम भी घोषित किया जाएगा।