जयपुर। चैत्र शुक्ल चतुर्दशी को श्री हाटकेश पाटोत्सव मनाया जाता है। श्री हाटकेश भगवान चतुर्दशी के दिन हाटक क्षेत्र में प्रकट हुए थे। हाटक क्षेत्र में प्रकट होने के कारण हाटकेश्वर कहलाए। हाटकेश्वर महादेव नागर गुजराती ब्राह्मणों के कुल देवता हैं।
जयपुर नागर समाज के प्रबंध ट्रस्टी कमलाकर पंड्या ने बताया कि श्री हाटकेश्वर महादेव का मुख्य मंदिर बड़नगर गुजरात मे स्थित है। वहां पर भगवान स्वयं भू प्रकट हुए थे।
उन्होंने आगे बताया कि श्री हाटकेश्वर पाटोत्सव पूरे विश्व भर में गुजराती नागर ब्राह्मणों द्वारा पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाता हैं। इस दिन विद्वान वैदिक ब्राह्मणों द्वारा बाबा हाटकेश का अभिषेक किया जाता है। शाम को श्रंगार कर आरती की जाती है। बाबा को श्रीखंड एवं कचौड़ी का भोग लगाया जाता है। भोग के बाद सब जने न्यात में प्रसादी ग्रहण करते है।
जयपुर में भी है श्री हाटकेश्वर मंदिर
श्री नागर पंचायती डेरा चेरिटेबल ट्रस्ट, जयपुर द्वारा जयपुर स्थित पौराणिक श्री हाटकेश्वर मंदिर की देखभाल की जाती है। पूरे वर्ष नियमित पूजा होती है। जयपुर में गणगौरी बाजार के अंदर बोरडी के कुवें के रास्ते मे स्थित है श्री हाटकेश्वर महादेव मंदिर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़नगर स्थित श्री हाटकेश मंदिर में लंबा समय व्यतीत किया है।