आदर्श विद्या निकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय में जन्माष्टमी महोत्सव
अजमेर। प्रत्येक मां अपनी संतान को प्यार से कान्हा कहना पसंद करती है, यह स्वाभाविक भी है क्योंकि श्रीकृष्ण का नटखट बाल स्वरूप प्रत्येक मां के मन को मोहित करता हैं। लेकिन अपने कान्हा को अपने लाड़-प्यार के साथ ही संस्कारों और जीवन मूल्यों की शिक्षा से युक्त करके समाज के सामने योगेश्वर स्वरूप में प्रस्तुत करने का संकल्प भी माताओं को धारण करना चाहिए। यह समय की मांग है।
यह विचार शनिवार को पुष्कर रोड स्थित आदर्श विद्या निकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिशुवाटिका विभाग की ओर से आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव में प्रधानाचार्य भूपेंद्र उबाना ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण की चर्चा केवल रास और उनके मनमोहक बाल स्वरूप तक सीमित न रखकर कुरुक्षेत्र के मैदान में उनके विराट योगेश्वर कृष्ण तक अपने बच्चों के सामने उनकी उम्र के साथ बढ़ते हुए क्रम में होनी चाहिए।
शिशु वाटिका प्रभारी रामज़ोत बोराणा ने बताया की जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में आयोजित इस महोत्सव में श्रीकृष्ण के जीवन से संबंधित 8 झांकियां सजाई गईं जिनका दर्शन सभी बच्चों को करवाते हुए उन्हें उससे संबंधित कहानी सुनाई गई और बाद में संबंधित प्रश्न पूछकर सही बताने वाले बच्चों को पुरस्कार दिया गया।
इसी के साथ ही श्रीकृष्ण राधा बनो प्रतियोगिता भी संपन्न हुई जिसमें कृष्ण के रूप में भैया माधवन प्रथम और अरूण की बहिन आराध्या द्वितीय रहीं वहीं राधा स्वरूप में बहिन लक्षिता प्रथम और बहिन मृणाल द्वितीय रही। विजेताओं को पुरस्कृत किया गया साथ ही सभी प्रतिभागियों को उपहार दिए गए।
कार्यक्रम का संचालन पिंकी प्रजापति ने किया। झांकियों के निर्माण हर्षिता माहेश्वरी, प्रतिभा जीनगर तथा मनीषा आडवाणी का सहयोग रहा। कार्यक्रम के अंत में सभी ने कुंज बिहारी जी आरती की।