अजमेर। राजस्थान के अजमेर में सोमवार को अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या से आये अक्षत कलशों की शोभायात्रा धूमधाम से निकाली गई।
शहर के महावीर सर्किल सुभाष उद्यान से सैकडों लोगों ने धार्मिक माहौल में कलशों को सिर पर धारण कर भ्रमण किया और अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए जयघोष कर जनता का आह्वान किया। इन अक्षत कलशों को शहर के विभिन्न मंदिरों में रखवाया जाएगा। विश्व हिन्दू परिषद की ओर से आगामी एक जनवरी से अभियान चलाकर कलशों में आए पीले चावल को आमन्त्रण के तौर पर हिन्दू परिवारों में वितरित किए जाएंगे।
प्रत्येक मंदिर अयोध्या जैसा सजाना है : शशिप्रकाश इंदौरिया
विश्व हिंदू परिषद चित्तौड़ प्रांत के सह मंत्री एडवोकेट शशिप्रकाश इंदौरिया ने कहा कि लगभग 500 वर्षों तक 76 संघर्षों और अनगिनत बलिदानों की कीमत पर बनने जा रहे श्रीराम जी के भव्य मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होने जा रही है प्रत्येक हिंदू रोमांचित है लेकिन सभी अयोध्या एक साथ नहीं बुलाया जा इसलिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने संपूर्ण हिंदू समाज से यह आव्हान किया है कि हमें अपने-अपने मोहल्ले और बस्ती के प्रत्येक मंदिर को अयोध्या जैसा सजना है। 22 जनवरी के लिए अजमेर जिले से नौ संतों का चयन किया गया है जबकि 22 जनवरी के बाद 26 जनवरी को विशेष रेलगाड़ी के माध्यम से 200 रामभक्तों को अयोध्या ले जाया जाएगा।
वे श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा समारोह अभियान समारोह समिति अजमेर महानगर की ओर से आयोजित भव्य शोभायात्रा के समापन अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सुदीर्घ कालखंड तक चले इस मंदिर संघर्ष में बलिदान हुई सभी हुतात्माओं को भी स्मरण किया।
समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए संतों ने कहा की सनातन काल से हमारे मन्दिर ही हमारी संस्कृति के मूलाधार रहें है भविष्य में भी यही मंदिर न सनातन राष्ट्र अपितु सम्पूर्ण विश्व और मानवता की शांति स्थापन का कारण बनेंगे इसलिए कैसा अदभुत होगा की श्रीरामलला जब टाट से अपने महल में विराजेंगे उसका उत्सव केवल अयोध्या में नही अपितु प्रत्येक मंदिर में बनेगा।
श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजन समिति अजमेर महानगर के संयोजक भूपेन्द्र उबाना ने बताया कि अयोध्या में होने जा रहे भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में संतों और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के निर्देशानुसार अजमेर शहर में समिति ने तैयारियां पूर्ण कर ली है। अजमेर शहर को 95 बस्तियों में बांटकर स्थानीय लोगों को जोड़कर समितियां बनाई गई है। प्रत्येक मंदिर तक की समिति बनाने का काम जारी है।
प्रत्येक मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक सामूहिक आरती, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का पाठ और भजन कीर्तन आयोजित किया जाएगा साथ ही सम्पूर्ण प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम बस्ती के लोग एक साथ देख सके ऐसी व्यवस्था करने का आग्रह भी हुआ है। उसी दिन सूर्यास्त के बाद सभी से अपने घरों के बाहर दीपक जलाकर, रंगोली बनाकर और रोशनी करके व्यक्त करेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा आयोजन समिति की मंदिर स्तर की समितियां अयोध्या से आए अभिमंत्रित पीले चावल, निवेदन पत्रक तथा श्रीराम मंदिर का चित्र लेकर प्रत्येक हिंदू घर तक दिनांक 1 जनवरी से 10 जनवरी तक व्यापक गृह संपर्क के लिए जाएगी और 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण देगी।
महानगर समिति के सह संयोजक संजय तिवारी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया उपरोक्त संपूर्ण प्राण प्रतिष्ठा समारोह का अजमेर में औपचारिक शुभारंभ आज इस कलश यात्रा और यज्ञ के साथ कर दिया गया है। कलश यात्रा और यज्ञ अनुष्ठान में बड़ी संख्या में शहर भर से मातृशक्ति और गणमान्य बंधुओं ने भाग लिया।