विजय सिंह
अजमेर। धन्य है अध्योध्या की धरा जहां भगवान राम जन्मे, इसी तरह धन्य है अजमेर की पावन भूमि जो राम नाम की भक्ति से समूचे विश्व को अलोकित कर रही है। भवसागर से पार लगाने वाला राम नाम का लिखित जप कराने वाला दुनिया का एकमात्र श्रीरामनाम धन संग्रह बैंक हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान की नगरी में राम भक्तों के लिए आस्था का केन्द्र बन चुका है।
धार्मिक मान्यता है कि सर्वप्रथम श्री गणेश जी महाराज ने राम नाम लिखकर उसकी परिक्रमा की थी और वे प्रथम पूजनीय हो गए। रामनाम महामंत्रों की परिक्रमा का पुणयलाभ अकथनीय है, जिसका श्रीमुख से वर्णन नहीं किया जा सकता। यह चमत्कारिक परिक्रमा मनोकामना पूर्ण करने वाली है। ब्रहमांड में स्थित समस्त तीर्थीें की परिक्रमा का पुण्य प्रदान करने वाली है। भगवान प्राप्ति का सबसे सुगम उपाय रामनाम जप ही है। खासकर कलयुग में राम नाम समस्त साधनाओं में सर्वोपरि है।
अजमेर में 7 अप्रेल 1987 को हुई रामनाम बैंक की स्थापना
श्रीमानव मंगल सेवा न्यास के अधीन संचालित श्रीराम नाम धन संग्रह बैंक में अब तक करीब 48056 हजार सदस्य पंजीकरण करा चुके हैं तथा इसकी डेढ सौ शाखाएं देशभर में फैली हैं। यह राम के प्रति आस्था का ही प्रतीक है कि 94 अरब बार राम नाम लिखकर संग्रहित किया जा चुका है। राम नाम बैंक की स्थापना 7 अप्रेल 1987 को की गई थी। यह बैंक रामनाम लिखने के लिए निशुल्क पुस्तिकाएं प्रदान करता है। पुस्तिकाएं भर जाने पर संकललित कर उन्हें लिखने वाले के अकाउंट में अंकित कर सुरक्षित रखा जाता है। संस्था इसका बाकायदा कम्प्यूटराइज्ड रिकार्ड रखती है। अधिक जानकारी के लिए 9414002930-31 पर संपर्क किया जा सकता है।
यह अजमेर का सौभाग्य है कि जो राम नाम बैंक संपूर्ण भारत में राम नाम धन उपलब्ध कराकर देशवासियों को धनी बनाता है। वर्तमान में संकलित 94 अरब हस्त लिखित श्रीरामनाम महामंत्रों का संग्रह अजमेर ही नहीं अपितु संपूर्ण राष्ट में सकारात्मक उर्जा का संचार कर रहा है। राम का नाम सभी दुखों का निवारण करने एवं सुख शांति देने वाला है। राम नाम में निहित शक्ति का उपयोग लंका पर विजय प्राप्त करने के लिए हनुमान ने किया। राम नाम की अमोघ शक्ति को राष्ट्र ने समय समय पर देखा है। राम शब्द में निहित शक्ति समायोजित है।
अब तक 50 से अधिक रामनाम परिक्रमा का आयोेजन
जयपुर के गोबिंददेव जी मंदिर परिसर समेत देशभर के विभिन्न स्थानों पर श्रीराम नाम धनसंग्रह बैंक की ओर से करीब 50 से अधिक जगहों पर श्रीराम नाम हस्त लिखित महामंत्रों की परिक्रमा का आयोजन हो चुका है। अरबों महामंत्रों का सुरक्षित तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान पर परिवहन कर पाना सहज नहीं हो पाता इस कारण महामंत्रों का स्तरंभ बनाने की पूर्व में बनाई गई योजना के अनुरूप सबसे पहले तीर्थराज पुष्कर के समीप धार्मिक स्थल सुधा बाय में निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इसके प्रथम चरण में रामभक्तों का सहयोग मिल रहा है। इसी तर्ज पर देश के अन्य तीर्थ स्थलों पर रामनाम महामंत्रों के स्तंंभ बनाने की योजना प्रस्तावित है।
रामनाम लिखो और लिखाओ, लख चौरासी से मुक्ति पाओ
संतों और शास्त्रों के अनुसार मनुष्य जीवन 84 लाख योनीयों के बाद प्राप्त होता है। यह मानव जीवन ही जीव को भवसागर से पार लगाने और आत्मा के परमात्मा से मिलन का मार्ग है। 84 लाख बार राम नाम लेखन का संकल्प कराया जाता है। इनमें प्रमुख रूप से रेल्वे से सेवानिवृत अजमेर के आनंद नगर निवासी मोहन प्रकाश माथुर 7 करोड से अधिक बार राम नाम लेखन कर चुके हैं। भगवान राम की कृपा से ही उनका यह कार्य संपन्न हो सका है।
रामराम लेखन के लिए छपवा सकते हैं रिक्त पुस्तिकाएं
रामराम लेखन के लिए जन्मदिन, शादी की सालगिरह व पुण्यआत्मा की स्मृति एवं शान्ति के लिए फोटो सहित पुस्तकें छपाकर पुण्यलाभ कमाया जा सकता है। भक्तजन तीर्थ नगरी पुष्कर के समीप सुधाबाय में रामनाम स्तंभ के लिए हो रहे भवन निर्माण में सहयोग कर सकते हैं। पुस्तकें छपवाने रमेश पारीक, सी 30 जमना नगर सोडाला जयपुर दूरभाष 9828220419 तथा श्रीराम नाम धन संग्रह बैंक अजमेर दूरभाष 9414002930, 9414002931 व 8955074141 पर संपर्क किया जा सकता है।
अनवरत परिक्रमा के लिए बन रहा रामनाम महातीर्थ
राम नाम महातीर्थ निर्माण कमेटी के अनुसार चिर प्रतीक्षित विश्व दुर्लभ विधिवत संकलित 108 अरब हस्तलिखित राम नाम जन मानस के दर्शनार्थ एवं 24 घंटे अनवरत परिक्रमा के लिए श्रीपुष्कर राज में भवन निर्माण के प्रथम चरण का कार्य संस्था की निजी भूमि में दिनांक 22 अप्रेल 2023 चल रहा है। यह काम करीब एक साल में पूरा हो जाएगा। इसके बाद संस्था का प्रधान कार्यालय विधिवत रूप से श्री पुष्कर राज में हस्तांतरित/स्थापित कर दिया जाएगा। भक्त इस रामनाम महातीर्थ में अपनी सक्षमता अनुरूप सहयोग प्रदान कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए 9414002931 नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।
पत्थर एक गाड़ी की कीमत 1100 रुपए
सीमेन्ट एक बेग कीमत 351 रुपए
बजरी एक ट्रक कीमत 9501 रुपए
ईट 1100 का लागत मूल्य 5500 रुपए
मजदूरी 220 रुपए प्रति वर्ग फुट
उक्त दरें निर्माण कमेटी द्वारा प्रचलित बाजार दर से कम कराकर रियायती दर पर एक वर्ष तक निश्चित की गई है। निर्माण सामग्री उच्च गुणवत्ता की हो इसका निरन्तर ध्यान रखा जा रहा है।