अजमेर। श्रीमद् भागवत कथा संसार का सार है। इसके श्रवण मात्र से मनुष्य को मुक्ति मिलती है। जीवन जीने की कला, ज्ञान, विज्ञान, अध्याय और संसार के बारे में इससे जानकारी मिलती है। मनुष्य को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है जिससे परिवार समाज और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाता है। यह बात पवन महाराज ने रविवार को मदार स्थित राधा कृष्ण मंदिर राधा कृष्ण मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि श्रीमदभागवत भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, त्याग, सेवा, मान सम्मान और बड़ों का आदर, परिवार व समाज में रहते हुए प्रभु भक्ति और कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है। कथा के दौरान महाराज ने अनेक उदाहरणों के जरिए संसार और जीव को अध्यात्म के बारे में बताया।
महाराज ने कृष्ण सुदामा चरित्र सहित श्रीमद् भागवत कथा के कई प्रसंगों का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि संसार में वही सच्चा मित्र है जो आपके सुख और दुख में काम आए। भगवान कृष्ण और सुदामा की मित्रता का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इस संसार में इनसे बड़ी मित्रता किसी और की नहीं है। सुदामा संतोषी थे उन्होंने कभी भी भगवान से अपने जीवन यापन या स्वयं लिए सुख सुविधाओं की मांग नहीं की।
उनकी पत्नी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि भगवान तो दाता हैं उनसे मिलकर तो आओ। तब कहीं जाकर सुदामा चावल की पोटली बांधकर भगवान कृष्ण के द्वार पहुंचे। भगवान ने उन्हें सारी भौतिक सुख सुविधाएं प्रदान की।
कथा के दौरान फाग महोत्सव मनाया गया। श्रद्धालुओं ने इस दौरान भगवान के समक्ष नृत्य कर श्रद्धा प्रकट की। इसके पश्चात संदीप बारूपाल, संतोष बारूपाल और महिला मंडल की कई सदस्य ने हवन में आहुति देकर पुण्य लाभ लिया। महाराज ने दीपचंद अग्रवाल, कमल किशोर मित्तल, नील मित्तल और महिला मंडल की सभी सदस्यों को कथा की सफल आयोजन के लिए धन्यवाद और अशीर्वाद दिया।