सिंधी लैंग्वेज लर्निंग कोर्स स्कीम : कक्षाएं 1 अक्टूबर से शुरू होंगी

अजमेर। राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद की सिंधी लैंग्वेज लर्निंग कोर्स स्कीम के तहत भारतीय सिंधू सभा राजस्थान न्यास की ओर से राजस्थान में सिंधी भाषा से जुड़े हुए सिंधी सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और एडवांस डिप्लोमा कोर्स को संचालित करने के लिए क्रियान्वयन एजेंसी के रूप में कार्य किया जा रहा है।

न्यास के अध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने बताया की सत्र 24-25 के लिए 167 सिन्धी शिक्षामित्र की सहायता से 275 सिंधी कक्षाओं में 4276 विद्यार्थियों को राजस्थान के अजमेर, अलवर, ब्यावर, बालोतरा, बीकानेर भीलवाड़ा, हनुमानगढ़, अनुपगढ़, सुरतगढ़, खैरथल, जोधपुर, जयपुर, कोटा, नसीराबाद, डूंगरपुर, उदयपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, सूरतगढ़, पाली, सुमेरपुर जिलों में अध्ययन कराया जाएगा।

कक्षाओं की विशेष रूप से पर्यवेक्षण एवं समस्या समाधान करने के लिए संयोजक मंडल का गठन किया गया है जिसमें डॉ. प्रदीप गेहाणी(व्याख्याता, जोधपुर), नवल किशोर गुरनाणी (सेवानिवृत्त सिन्धी अध्यापक, जयपुर), गिरधारीलाल ज्ञानाणी (उप प्राचार्य रा. विद्यालय, खैरथल), दीपेश सामनाणी (प्रदेश उपाध्यक्ष युवा, जयपुर) और जय चंचलानी (निदेशक, साईं टेऊंराम आलोक विद्यालय, कोटा) सम्मिलित हैं।

संयोजक मंडल के नवल किशोर गुरनाणी और जय चंचलाणी ने बताया कि आगामी 1 अक्टूबर मंगलवार से ये कक्षाएं प्रारंभ होगी, जिसमें आगामी 3 माह में 100 घंटे का अध्ययन सिंधी शिक्षा मित्रों द्वारा विद्यार्थियों को कराना है। इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं और विभिन्न शैक्षणिक सामग्रियां शिक्षामित्रों को उपलब्ध करा दी गई है। संभवत शिक्षा मित्र आगामी 29 सितंबर को अपने स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर कक्षाओं का शुभारंभ भी कर सकेंगे।

संयोजक मंडल के गिरधारीलाल ज्ञानाणी और दीपेश सामनाणी ने बताया कि इस वर्ष सिन्धी सर्टिफिकेट डिप्लोमा एडवांस डिप्लोमा कोर्स में लगभग 4276 विद्यार्थियों के रजिस्ट्रेशन के साथ ये कक्षाएं राज्य भर में संचालित होगी, रजिस्ट्रेशन का यह आंकड़ा गत वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत वृद्धि लिए हुए है।

संयोजक डॉ प्रदीप गेहाणी ने बताया कि राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद की सिंधी लैंग्वेज लर्निंग कोर्स योजना के मुताबिक इन कक्षाओं के स्थानीय पर्यवेक्षक के लिए लगभग 46 सुपरवाइजर की नियुक्ति राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद द्वारा की जाएगी ताकि इन कक्षाओं की मॉनिटरिंग हो सके और यह अपने उद्देश्य और लक्ष्य की प्राप्ति में सफल हो, संभवत जनवरी में इन सभी के कोर्सेज के पूर्ण होने के पश्चात एक परीक्षा भी आयोजित राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद द्वारा आयोजित की जाएगी।