अजमेर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम ने कहा है कि दाहरसेन स्मारक राष्ट्र भक्तों के लिए प्रेरणा का केंद्र है।
अजमेर में महाराजा दाहरसेन के 1312वें बलिदान दिवस पर पुष्कर रोड स्थित दाहरसेन स्मारक पर देश भक्ति कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में निंबाराम ने संबोधित करते हुए कहा की महाराजा दाहरसेन का बलिदान अखंड भारत के स्वर्णमयी इतिहास का अहम पड़ाव है। क्योंकि भारत की पश्चिमी सीमा पर होने वाले आक्रमणों को रोकने का साहस शताब्दियों तक सिंध के शासक करते रहे।
स्वतंत्र भारत के साथ विभाजन का दुखद पल भी हमारे हिस्से आया और गौरवमय सिंध हमसे अलग हो गया, किंतु इतिहास फिर बदलेगा और यदि हम भाग्यशाली रहे तो अपने जीवनकाल में ही पुनः अखंड भारत बनते देखेंगे और सिंध की पावन धरती पर अपने गौरवशाली इतिहास को फिर से जीवंत देख सकेंगे। माता हिंगलाज के पवित्र स्थल पर पूजा अर्चना कर सकेंगें, इसी दिशा में हमें सतत प्रयास करते रहना चाहिए।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाराजा दाहरसेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि कर किया गया, हिंगलाज माता और श्रीचंद्र भगवान की पूजा अर्चना और हेमू कालाणी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई। कार्यक्रम में मुस्कान कोटवाणी ने वंदेमातरम गीत प्रस्तुत किया, मयंक कोटवानी और निधि ने देश भक्ति के गीत प्रस्तुत कर सभी को राष्ट्र भावना से प्रेरित किया।
स्वागत भाषण व परिचय सभा के प्रदेश मंत्री मनीष गुवालाणी, मंच संचालन संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी ने किया। दहारसेन समारोह समिति के कंवल प्रकाश किशनानी ने आए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में संघ के प्रांत संघचालक जगदीश राणा, प्रांत कार्यवाह शंकरलाल, विभाग संघचालक मुकेश अग्रवाल, महानगर संघचालक खाजूलाल, नगर संघचालक कन्हैयालाल सोनी, राजेंद्र लालवाणी, मंजू लालवाणी, रुकमनी वातवाणी, सिंधु सभा के संभाग प्रभारी मोहन तुलसियाणी, जिला मंत्री रमेश वल्लीरामानी, महेश टेकचंदाणी, नरेंद्र बसराणी, डॉ. राजू शर्मा, अश्वनी पारीक, पत्रकार गिरधर तेजवाणी, रमेश लखाणी, गुल छत्ताणी,राम धनवाणी, मुकेश खींची, दुर्गाप्रसाद शर्मा, नरेंद्र सोनी, पुरषोत्तम जगवाणी, किशन केवलाणी, नरेंद्र रावत,राम स्वरूप चौधरी सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे।