श्रीनगर। भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने की चौथी वर्षगांठ को लेकर श्रीनगर में सार्वजनिक सभा कर जश्न मनाया।
कश्मीर के दो प्रमुख दलों नेशनल कांफ्रेस (नेक्रां) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर की विशेष दर्जा को खत्म करने की चौथी वर्षगांठ पर उन पर प्रतिबंध लगाया और नेताओं को हिरासत में लिया है।
भाजपा की श्रीनगर के जवाहर नगर इलाके में एक सार्वजनिक सभा में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर में पार्टी के महासचिव अशोक कौल ने कहा कि अनुच्छेद 370 अलगाववादियों और उनके राजनीतिक आकाओं के पास कश्मीर को जलाए रखने का लाइसेंस था।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने एक नए शांतिपूर्ण प्रगतिशील जम्मू-कश्मीर की नींव रखी, जहां किसी भी राष्ट्र-विरोधी को ताज पहनाया नहीं जाएगा और जहां किसी भी देशभक्त को अपमान या मौत की धमकी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
भाजपा नेता और जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष दरख्शां अंद्राबी ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने से कश्मीर के लोग खुश हैं। बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि हमें लगता है कि हमें वास्तविक आजादी मिल गई है।
पार्टी प्रवक्ता ठाकुर अभिजीत जसरोटिया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज लोग वंशवाद की राजनीति से ऊपर उठ गए हैं। उन्होंने पीडीपी के दावे को भी खारिज कर दिया और कहा कि आज किसी को भी कोई कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार नहीं किया गया।
भाजपा ने घाटी के अन्य जिलों में भी अनुच्छेद 370 हटाए जाने का जश्न मनाया। इस बीच, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने कहा कि पांच अगस्त एक दुखद दिन था।
लोन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के अशक्त होने की एक दुखद याद है। अशक्तीकरण की प्रक्रिया जारी है। और जम्मू-कश्मीर की संस्थाओं, व्यक्तियों और लोगों को अपमानित किया जा रहा है। जो लोग अपनी पीठ थपथपा रहे हैं और अपनी कल्पना पर विश्वास कर रहे हैं, डर को सहमति समझने की गलती न करें।