लोनी। दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा क्षेत्र में गाजियाबाद जिले के लोनी इलाके में रहने वाली महज दस साल की बेटी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले सौतेले पिता और मां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि सौतेले पिता ने बेटी के अलावा 13 साल के बेटे के साथ भी अप्राकृतिक यौनाचार किया था। दोनों बच्चों को सौतेले पिता का इतना डर था कि दिल्ली के थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में अलग कहानी बताई।
एसीपी अंकुर विहार भास्कर वर्मा ने बताया कि 10 साल की बच्ची के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के मामले में पुलिस ने सौतेले पिता और बच्ची की मां को गिरफ्तार कर लिया है। बच्ची अपने सौतेले पिता के उत्पीड़न से इतना डर गई थी कि वह अपने घर का पता भी सही से नहीं बता पा रही थी।
एक पुलिसकर्मी ने जब बच्ची को विश्वास में लिया और उसकी सुरक्षा का आश्वासन दिया, तो बच्ची ने चौंकाने वाली बात कही। बच्ची ने बताया कि कोरोना काल में उनके पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद मां बच्चों को लेकर फिरोजाबाद में मायके चली गई थी।
करीब एक साल पहले मां बेटी और बेटे को लेकर दिल्ली-यूपी बॉर्डर इलाके में आई थी। मां की दिल्ली निवासी व्यक्ति से जान-पहचान थी। दोनों ने शादी कर ली थी। सौतेला पिता बेटी और बेटे के साथ गलत काम करने लगा।
पहले बेटी के साथ दुष्कर्म किया फिर बेटे के साथ कुकर्म किया। दोनों बच्चों ने मां को इस बारे में जानकारी दी, लेकिन मां ने दोनों को धमका दिया और इलाज कराने की बात कही। दोनों अपने सौतेले पिता और मां से परेशान हो गए थे। कुछ समय बाद बेटा एक चाय की दुकान में काम करने लगा।
बेटे ने पिता के कारण घर आना छोड़ दिया था। सौतेले पिता के उत्पीड़न से परेशान होकर बेटी बीते 20 जनवरी को खुद ही घर छोड़कर चली गई थी। बच्चे के घर छोड़कर जाने पर मां ने उसे तलाश भी नहीं किया। बच्ची दिल्ली पुलिस के हाथ लगी।