भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि भोपाल में परीक्षा देने वाले बच्चों की सुविधा के चलते वे यहां आयोजित ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) में कुछ विलंब से पहुंचे है।
मोदी ने यहां राष्ट्रीय मानव संग्रहालय परिसर में जीआईएस के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, अनेक मंत्री, विभिन्न देशों के राजदूत और देश विदेश के उद्योगपति मौजूद थे।
मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत में आयोजन में लगभग पंद्रह मिनट की देरी से पहुंचने पर माफी मांगते हुए कहा कि उन्हें बताया गया कि शहर में आज सुबह बच्चों की बोर्ड की परीक्षाएं हैं। यदि वे (मोदी) तय समय से निकलते, तो रास्ते में यातायात प्रभावित होने के कारण बच्चों को परेशानी हो सकती थी। इसलिए उन्होंने तय किया कि बच्चों को परीक्षा केंद्र पहुंचने में कोई परेशानी नहीं होना चाहिए। इसलिए वे निर्धारित समय के लगभग पंद्रह मिनट बाद ही राजभवन (जहां मोदी ने रात्रिविश्राम किया) से निकले।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिए वे जीआईएस के आयोजनस्थल पर कुछ विलंब से पहुंचे हैं और इसके लिए सभी से क्षमा चाहते हैं। मोदी की इस बात पर पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज गया।
दरअसल माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपी बोर्ड) और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं की कुछ परीक्षाएं आज सुबह की पाली में आयोजित की गई हैं। इसके लिए बच्चों और उनके अभिभावकों को कठिनाई महसूस हो रही थी, जिनके परीक्षा केंद्र वीवीआईपी के गुजरने वाले मार्ग के आसपास स्थित हैं। यह जानकारी प्रशासन के समक्ष आने पर प्रशासनिक स्तर पर भी प्रयास किए गए। लेकिन मोदी ने राजभवन से जीआईएस आयोजन स्थल तक के अपने प्रस्थान के समय को बढ़ाकर बच्चों की समस्याएं एक तरह से समाप्त कर दीं।