जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में पेपरलीक मामले में निलंबित तृतीय श्रेणी अध्यापक राजेंद्र कुमार यादव को राज्य सेवा से बर्खास्त कर दिया गया हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) माध्यमिक जयपुर सुनिल कुमार सिंघल के बुधवार को इस संबंध में जारी आदेश के अनुसार राजेन्द्र कुमार यादव जयपुर में शहीद मेजर दिग्विजय सिंह सुमाल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खातीपुरा में तृतीय अध्यापक के पद पर कार्यरत था और एटीएस-एसओजी की रिपोर्ट के बाद राजेंद्र कुमार को गत वर्ष 20 फरवरी को कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा-2020 के पेपर लीक करने में संलिप्त पाए जाने पर गिरफ्तार करने के बाद निलम्बित कर दिया गया था। वर्तमान में वह न्यायिक अभिरक्षा में हैं।
इस स्कूल के बाहर प्रतियोगी परीक्षाओं में पंकज चौधरी उर्फ यूनिक भांभू परीक्षार्थियों के मोबाइल रखने का काम करता था और राजेंद्र कुमार यूनिक भांभू एवं जगदीश विश्नोई के साथ संगठित गिरोह में शामिल होकर प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक करने में लग गया।
गिरोह के लोग राजेन्द्र कुमार के साथ मिलकर परीक्षा से पूर्व षड़यंत्रपूर्वक पेपर निकालकर विभिन्न परीक्षार्थियों को पढाया गया जिसके परिणामस्वरुप कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा 2020 को रद्द करना पड़ा। राजेन्द्र कुमार स्कूल में परीक्षा प्रभारी था और उसने यूनिक भांबू को प्रवेश देकर पेपर की मोबाईल से फोटो खिंचवाई तथा जगदीश् विश्नोई के मोबाइल पर पेपर भेजा।
यूनिक भांबू, शिवरतन मोट, राजेश खंडेलवाल ने मिलकर उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर लीक किया जिसमें राजेन्द्र कुमार यादव के बेटे सिद्धार्थ को भी राजेन्द्र कुमार के मार्फत परीक्षा पूर्व सॉल्वड पेपर पढ़ाया। इससे पूर्व जगदीश विश्नोई एवं यूनिक के पेपर लीक गिरोह ने सिद्धार्थ को जेईएन का पेपर पढ़ाया था।
जिसमें चयन होकर सिद्धार्थ पीडब्ल्यूडी में जेईएन है तथा सिद्धार्थ की पत्नी विनिता को फर्स्ट ग्रेड टीचर का पेपर भी पढ़ाया था जिसमें चयन होकर विनिता वर्तमान में महारानी स्कूल में टीचर है। उपनिरीक्षक का पेपर लीक एवं नकल के संबंध में अखबारों में आने की वजह से राजेन्द्र कुमार ने अपने पुत्र सिद्धार्थ को उपनिरीक्षक के पद पर ज्वाईनिग के लिए मना कर दिया था।