तिरुचिरापल्ली। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान तिरुचिरापल्ली (एनआईटी-टी) में एक छात्रा के वाई-फाई तकनीशियन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद सैकड़ों छात्रों ने शुक्रवार को धरना दिया।
छात्रा के साथ यह घटना तब हुई जब शहर के बाहरी इलाके थुवाकुडी में परिसर के अंदर महिला छात्रावास के कमरे में अकेली थी। छात्रों के अनुसार, अनुबंध के आधार पर कार्यरत तकनीशियन की पहचान जी.कथिरेसन (38) के रूप में हुई, जो गुरुवार सुबह वाई-फाई राउटर को ठीक करने के लिए पीड़िता के कमरे में गया था।
उसने कथित तौर पर उसके सामने कुछ इशारे किये।जब इंजीनियरिंग की छात्रा ने छात्रावास अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई, तो महिला छात्रावास वार्डन द्वारा उस पर असंवेदनशील टिप्पणी की गई।महिला हॉस्टल वार्डन ने पीड़िता के पहनावे की भी आलोचना की, जिससे छात्रों में आक्रोश व्याप्त हो गया।
छात्रा के माता-पिता ने तिरुवरम्बुर में ऑल विमेन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की, जिसके आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 332(3) और 75(1) के साथ-साथ तमिलनाडु महिला उत्पीड़न निषेध अधिनियम की धारा 4 के तहत मामला दर्ज किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। छात्र महिला छात्रावास वार्डन से उनकी असंवेदनशील टिप्पणियों और संस्थान के अधिकारियों के सुस्त रवैये के लिए सार्वजनिक माफी की मांग करते हुए आधी रात से धरना दे रहे हैं।
चूंकि विरोध प्रदर्शन कई घंटों तक जारी रहा, आज दोपहर तक तिरुचिरापल्ली के पुलिस अधीक्षक वी.वरुण कुमार और वरिष्ठ राजस्व अधिकारियों ने आंदोलनरत छात्रों से बातचीत की और उन्हें मनाया।
पुलिस के हस्तक्षेप पर महिला छात्रावास वार्डन ने छात्रों से माफी मांगी और एनआईटी-टी अधिकारियों ने छात्रों को छात्रावास के अंदर बाहरी लोगों को अनुमति देते समय सभी एहतियाती कदम उठाने का आश्वासन दिया। महिला छात्रावास वार्डन की माफी और एनआईटी-टी अधिकारियों के आश्वासन पर छात्रों ने विरोध वापस ले लिया।