चेन्नई। तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले में गुरुवार देर रात एक चार मंजिला निजी आर्थोपेडिक अस्पताल में आग लगने से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
मौके पर पहुंचे पलानी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सत्तारूढ़ द्रमुक विधायक पी सेंथिलकुमार ने संवाददाताओं से कहा कि अस्पताल की रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, मौके से मिली रिपोर्ट में कहा गया है कि एक अन्य व्यक्ति की भी मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या सात हो गई है।
पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि सात लोगों की मौत हो गई है, लेकिन जिला पुलिस से आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। प्रारंभिक रिपोर्टों में कहा गया है कि किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है और सभी मृतक परिचारक बताए जा रहे हैं जो मरीजों से मिलने अस्पताल आए थे।
विधायक ने कहा कि घटना के 20 मिनट के भीतर पूरी जिला मशीनरी मौके पर थी और बचाव कार्य तेजी से शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में फंसे सभी लोगों में आठ लोग भी शामिल हैं, जो एक लिफ्ट में फंसे थे, जहां से उन्हें बचाया गया।
कलेक्टर पूनकोडी ने कहा कि चूंकि लिफ्ट से बचाए गए कम से कम छह लोग बेहोश थे, उनमें से कुछ की दम घुटने से मौत हो सकती थी। अग्निशमन कर्मी, राजस्व, पुलिस और जिला अधिकारी मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पा लिया।
कलेक्टर पूनगोडी भी बचाव कार्यों की निगरानी के लिए घटनास्थल पर पहुंचीं। बचाव और राहत कार्यो के लिए 50 से अधिक एम्बुलेंस तैनात की गईं और आईसीयू सहित कम से कम 32 मरीजों को जीवित बचाया गया और अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि इलाज के लिए उन्हें अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है, जिसके बाद ही हमें हताहतों की संख्या के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान जारी है और पूरा अभियान पूरा होने के बाद ही स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी। आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल सका है।
उन्होंने कहा कि पहली मंजिल पर लगी आग जल्द ही तीसरी मंजिल तक फैल गई, जिससे धुआं फैल गया और दम घुटने लगा। उन्होंने कहा कि उन सभी को बचा लिया गया और आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि, यह पता लगाने के लिए तलाश जारी है कि क्या कोई और अस्पताल के अंदर फंसा हुआ है।