सिरोही कलेक्टर हैं प्रशासक, बिल्डर बेखौफ निगल रहे हैं बेसमेंट पार्किंग

सिरोही में सदर बाजार मोड़ पर कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट में बनाई गई सीढ़ियां। इस कॉम्प्लेस।में पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से बाहर खड़े वाहनों से लगातार जाम लगता है।

परीक्षित मिश्रा
सबगुरु न्यूज सिरोही। राजस्थान सरकार ने बोर्ड का कार्यकाल पूर्ण होने के बाद सिरोही नगर परिषद में जिला कलेक्टर को प्रशासक नियुक्त कर दिया है। कलेक्टर ने ये इससे जुड़े अधिकार अतिरिक्त कलेक्टर को हस्तांतरित कर दिया है। अब सिरोही शहर की बागडोर बर्बादी में शह देने वाले नेताओं की जगह व्यवस्था जिम्मेदारी अधिकारियों के पास है ये जानते हुए भी बेखौफ बिल्डर्स जिला मुख्यालय में बने कॉम्प्लेक्सो की बेसमेंट में बनाई पार्किंग निगल रहे हैं। ये काम अभी जारी है।

बस स्टैंड मार्ग पर शाह जी की बाड़ी के मोड़ पर बने कॉम्पलेस के बेसमेंट में बनाई गई सीढ़ियां और पार्टिशन में लगे शटर।

बना रहे हैं दुकानें

सिरोही में सदर बाजार से लेकर बस स्टैंड तक चार सालों में कई दुकानों और बड़े कॉम्प्लेक्स बने हैं। इनमें चतुर्भुज मंदिर के पास, दूसरा पुराने लक्ष्मी मार्केट की जगह और तीसरा शाहजी की बड़ी के मोड़ के कॉम्प्लेक्स भी शामिल हैं। इन तीनों ही जगह स्लोप की जगह बेसमेंट जाने के लिए सीढ़ियां बना दी हैं। कॉम्प्लेक्स में बेसमेंट पार्किंग छोड़ी गई थी। नगर परिषद आयुक्त के ध्यान नहीं देने से इन तीनों ही कॉम्प्लेक्सों में बेसमेंट पार्किंग में जाने के लिए स्लोप की जगह सीढियां बना दी गई हैं और पार्किंग के लिए बेसमेंट में बने पार्टिशन में दीवारें और शटर लगाकर दुकानो का रूप दे दिया गया है। सीढ़ी से दोपहिया वाहन तो बेसमेंट में उतर नहीं सकता फिर बेसमेंट में लगे शटर इसके पीछे की मंशा की स्पष्ट उजागर कर रही है।

बेसमेंट में इन दुकानों का निर्माण और इनकी खरीद दोनों ही अवैध हैं फिर भी प्रशासनिक सख्ती के अभाव में ये काम हो रहा है। सिरोही में बिस्टल प्लाजा और इस्कॉन प्लाजा जैसे एकाध स्थानों को छोड़ दें तो लगभग सभी कॉम्प्लेक्स और के मालिक पार्किंगो को बेच या किराए पर दे चुके हैं। जबकि इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए इस तरह से बेसमेंट में पार्किंग की जगह बने ढांचों को तोड़ने के प्रावधान हैं।

सिरोही के बस स्टैंड सरजावाव दरवाजे केनमर्ग पर लक्ष्मी मार्केट के पास बने कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट में बनाई सीढ़ियां और बेसमेंट पार्टिशन में लगाए शटर।

लगता है जाम

चतुर्भुज मंदिर के पास बने कॉम्प्लेक्स में बेसमेंट पार्किंग बनी थी इसे खोला नहीं गया और सीढ़ी बना दी गई हैं। इससे यहां की दुकानों पर आने वाले ग्राहकों के वाहन सड़क पर खड़े रहते हैं। यहां प्रतिदिन कई बार जाम लगता है। यही हाल बस स्टैंड से सरजावाव दरवाजे के बीच बने कॉम्प्लेक्स की वजह से होता है।

दिल्ली हादसे से नहीं लिया सबक

दिल्ली में राजेंद्र नगर में बेसमेंट में बनी कोचिंग संस्थान में पानी भरने से कई छात्रों की जान चली गई थी। यहां भी बेसमेंट का इस्तेमाल अवैध तरीके से कॉमर्शियल एक्टिविटी के लिए किया गए था। बेसमेंट का इस्तेमाल आम तौर पर पार्किंग और स्टोर के लिए किया जाता है।

सिरोही जिला मुख्यालय समेत आबूरोड, शिवगंज, पिंडवाड़ा जैसे शहरी इलाकों में भी कई जगह ये अव्यवस्था मिल जाएगी। जिले में कई बिल्डर कॉम्प्लेक्स बनाते हैं तो उसमें पार्किंग के बेसमेंट में जगह दिखाते हैं और बेसमेंट पार्किंग के आधार पर नक्शा पास हो जाता है। फिर एक दो साल में इन बेसमेंट्स को दुकानों में बदल देते हैं। आबूरोड के सदर बाजार, जगदीश चौराहा, माउंट आबू रोड आदि में बने कॉम्प्लेक्स में भी ये नजर आता है तो सिरोही में बस स्टैंड से लेकर चतुर्भुज मंदिर तक बने सभी कॉम्प्लेक्स में ये किया जा रहा है।