पाली : पिचावा के माताजी मंदिर को चोरों की गैंग ने फिर बनाया निशाना

तखतगढ़ (पाली)। थाना क्षेत्र के पिचावा के स्थित चामुंडा माता के मंदिर को चोरों की गैंग ने साढ़े पांच साल में तीसरी बार गुरूवार रात को फिर निशाना बनाया। तोड़े गए दान पात्र में चोरों की गैंग को नाममात्र राशि हाथ लगी है।

ग्रामीणों का कहना है कि एक माह पूर्व ही दानदात्र को खोला था। सूचना पर थाना प्रभारी प्रकाश जीनगर मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। पुलिस अलग -अलग स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। ग्रामीणों का कहना है कि आधा दर्जन चोरों के नकाबपाॅश होने की उम्मीद है। पुलिस ने भी बाइकों एवं वाहनों से आए चोरों के बारे में तलाशी शुरू कर दी है।

मंदिर में फिर से चोरी की सूचना पर ग्रामीणों में सनसनी फैल गई। कई ग्रामीण मंदिर आ पहुंचे। इधर, पुलिस थाना प्रभारी प्रकाश जीनगर ने बताया कि मौके से दानपात्र से नाममात्र राशि थी। ग्रामीणों ने एक माह पहले ही खोला था। चोरों ने जिस उद्देश्य से ताले तोड़कर दानदात्र तोड़ा था। इससे उनको लाखों रूपए होने की उम्मीद थी।

मंदिर को बार बार-निशाना बनाना बना चर्चा का विषय

सुमेरपुर उपखंड क्षेत्र के उत्तरी भाग में जन-जन के आस्था का केन्द्र पिचावा माता जी मंदिर में भी चोरी की वारदात हो रही है। आखिरकार चोरों को इस मंदिर को ही निशान बना रहे है। ये चर्चा का विषय बना हुआ है।

2017 में 12 किग्रा चांदी के जेवरात चोरी कर ले गए थे

गौरतलब है कि चोरों की गैंग ने 10 अक्टूबर 2017 की रात को मंदिर में पुजारी बलूराम देवासी, रसोइया कपूराराम प्रजापत, देखरेख करने वाले दल्लाराम चौधरी व हिम्मताराम भील सो रहे थे। देर रात को लूट व डकैती के इरादे से आए बदमाशों ने उन पर लाठियों से हमला कर दिया। चारों को मरा हुआ समझ बदमाशों ने बिस्तर सहित उनके शवों को दो कमरों में रख बाहर दरवाजा बंद कर दिया।

उसके बाद मंदिर में स्थापित माताजी, बालाजी व अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं से सोने-चांदी के गहने चोरी कर ले गए। वारदात के दौरान मंदिर की मूर्तियों से बदमाशों ने करीब 12 किग्रा. चांदी के जेवरात लूटे थे। इस वारदात मे पुजारी बलूराम, दलाराम व कपूराराम की मौत हो गई थी। तत्कालीन सीओ अमरसिंह मय टीम ने डेढ माह तक कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए गैंग को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी। बीते वर्ष भी चोरों ने इसी मंदिर के ताले तोड़े थे।