श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध डल झील में शनिवार तड़के एक दुखद घटना में एक हाउसबोट में लगी भीषण आग में बंगलादेश के तीन पर्यटकों की जलकर मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि आग में जले हाउसबोट से तीन पर्यटकों के जले हुए शव बरामद किए गए। पर्यटकों की पहचान अनिंदय कौशल, दास गुप्ता और मोहम्मद मोइनुद के रूप में की गई और वे डल झील में हाउसबोट सफीना में ठहरे हुए थे।
घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि आज तड़के श्रीनगर की डल झील के घाट नंबर 9 के किनारे हाउसबोट में भीषण आग लग गई। आग तेजी से फैली और पांच हाउसबोट-सफीना, सबरीना, यंग गुलशन, लाला रुख और खार पैलेस को अपनी चपेट में ले लिया। उन्होंने बताया कि आसपास की सात अन्य आवासीय झोपड़ियां और पड़ोसी घर भी आग में जल गए।
पुलिस ने कहा कि श्रीनगर पुलिस, एसडीआरएफ, पर्यटक पुलिस, एफ एंड ईएस और नागरिकों के संयुक्त प्रयासों द्वारा समय पर और साहसी कार्रवाई के माध्यम से इन हाउसबोटों में रहने वाले आठ लोगों को बचा लिया गया और सुरक्षित निकाल लिया गया।
इससे पहले अग्निशमन और आपातकालीन अधिकारियों ने कहा था कि डल झील में घाट नंबर 9 के पास एक हाउसबोट में सुबह पांच बजे आग लग गई और आसपास के अन्य हाउसबोट तथा अन्य लकड़ी के आवासीय ढांचे को अपनी चपेट में ले लिया। उन्होंने बताया कि आग की तेज लपटों को बुझाने के लिए रिवर स्टेशन नेहरू पार्क, बटमालू और गावकदल से दमकल की गाड़ियां भेजी गईं।
आग पर काबू पाने से पहले इस घटना में पांच हाउसबोट और एक दर्जन से अधिक लकड़ी के आवासीय ढांचे जलकर खाक हो गए। उन्होंने बताया कि आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। आग लगने की घटना में करोड़ों रुपए की संपत्ति का नुकसान बताया जा रहा है।
घटनास्थल का दौरा करने वाले श्रीनगर के उपायुक्त ऐजाज असद ने कहा कि डल झील के घाट नंबर 9 पर आग लगने की घटना हुई, जिसमें पांच हाउसबोट और आसपास की आवासीय झोपड़ियां जलकर खाक हो गईं। उन्होंने कहा कि जैसे ही आग की घटना भड़की, एसडीआरएफ, कश्मीर पुलिस और फायर एंड इमरजेंसी एजेंसियों की टीमें हरकत में आईं और आग बुझाने की कोशिश की। असद ने कहा कि इन हाउसबोटों में ठहरे पर्यटकों और निवासियों को पहले बचाया गया और सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।