भजन, प्रवचन एवं ध्यान के लिए देश भर से सत्संगी जुटे
अजमेर। रामाश्रम सत्संग मथुरा की ओर से आन्तरिक सत्संग समारोह शनिवार से अजमेर में शुरू हो गया। लोहागल रोड स्थित लक्ष्मी नयन समारोह स्थल पर आयोज्य यह सत्संग आगामी 2 अक्टूबर तक चलेगा। आंतरिक सत्संग समारोह में कुल चार सत्र में भजन, प्रवचन एवं ध्यान आयोजन होंगे। देश भर के सैकड़ों रामाश्रम सत्संग प्रेमी अजमेर पहुंच गए हैं।
रामाश्रम सत्संग(मथुरा) के अजमेर उपकेंद्र के प्रवक्ता एडवोकेट विरेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि आन्तरिक सत्संग समारोह के तहत अन्तर्करण की शुद्धता के लिए ध्यान की क्रिया बताई जाती है। मौजूदा दौर में प्रत्येक व्यक्ति की जीवन शैली कुछ इस तरह हो गई है कि उसे मानसिक तनाव बना ही रहता है। यही वजह है कि चिकित्सक भी उनके पास उपचार के लिए पहुंचने वाले रोगियों को प्राथमिक रूप से नियमित ध्यान एवं व्यायायाम करने की सलाह देते हैं।
उन्होंने बताया कि आन्तरिक सत्संग समारोह गुरु महाराज चतुर्भुज सहाय ने शुरू किया था। उन्होंने अपने अनुभव से संदेश दिया कि सृष्टि में रह कर गृहस्थ और दैनिक जीवन के सभी कार्य करते हुए भी हम नियमित सुबह और शाम आधा घंटा ध्यान कर अपने अन्तर्करण को शुद्ध रख सकते हैं, जिससे तनाव से मुक्ति मिलेगी और स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। गुरुमहाराज ने मथुरा में ही इसका मुख्य केंद्र बनाया।
अजमेर में आयोज्य सत्संग समारोह के लिए मथुरा केंद्र से गुरु महाराज के पोते आलोक कुमार आए हैं वहीं जयपुर से उनके एक और पोते अमित कुमार भी अजमेर पहुंच गए हैं। इसी तरह ग्वालियर से प्रो ब्रजेश कुमार, अलीगढ़ से देवेन्द्र गौड़, पूना से सौरभ सहाय, उत्तर प्रदेश के सिकोहाबाद से त्यागवीर सिंह, जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, बिहार, पंजाब, दिल्ली, यूपी, एमपी से बहुत से रामाश्रम सत्संग प्रेमी अजमेर पहुंच रहे हैं।
रविवार 1 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से 11 बजे तक तथा शाम को 7 से 9 बजे तक सत्संग का समय रखा गया है। 2 अक्टूबर सोमवार को सुबह 9 से 11 बजे तक सत्संग होगा और प्रसादी के साथ समारोह का समापन होगा।