नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी के मुखिया एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल काे नैतिक रूप से दोगला चरित्र एवं कानून तोड़ कर भ्रष्टाचार करने वाला करार दिया है और कहा है कि उनके शीशमहल पर बुलडोज़र चलने का वक्त आ गया है।
भाजपा की वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने आज यहां पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों पर पुलिस की कथित कार्रवाई के विरोध में दिल्ली भाजपा के कार्यकर्ताओं के धरने को हटाने संबंधी केजरीवाल की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर लेखी ने कहा कि जिनका खुद का मकान ढहाने का वक्त आ गया है, वो भाजपा को क्या हटाएंगे।
भाजपा नेत्री ने कहा कि जब बात भ्रष्टाचार और उनके शीशमहल पर खर्च 45 करोड़ रुपए का हिसाब पूछा जाता है तो वह इधर उधर की बात करने लगते हैं। सीधे सीधे सवालों के जवाब नहीं देते हैं। 45 करोड़ रुपए के मामले को टुकड़ों में बांट कर उच्चस्तरीय अनुमति के प्रावधानों से बचना क्या घोटाला नहीं है। अब भाजपा कार्यकर्ताओं को धरने से हटाने का नहीं बल्कि केजरीवाल के शीशमहल पर बुलडोज़र चलने का वक्त आ गया है।
इससे पहले लेखी ने कहा कि एक होता है नैतिक दोगलापन और दूसरा है कानून का उल्लंघन… एक तरफ केजरीवाल जी ने कहा था कि मैं बहुत साधारण जिंदगी बिताऊंगा और कुछ नहीं लूंगा लेकिन इन्होने खुद के लिए 7-स्टार सुविधाएं बनाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब दिल्ली कोविड के तनाव से गुजर रही थी, वे उन चीजों की मांग कर रहे थे, जिनके लिए उनके पास कोई व्यवस्था या प्रबंधन करने की इच्छा नहीं थी। विशेष रूप से, वहां कोई उचित सुविधाएं नहीं थीं जहाँ ऑक्सीजन को संग्रहीत या वितरित किया जा सके। बहुत से लोग इसलिए मारे गए क्योंकि उन्होंने निजी आपूर्ति श्रृंखला को डायवर्ट किया। उस दुर्भाग्यपूर्ण समय में भी उनके शीश महल का अवैध निर्माण कार्य चल रहा था।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने ऐसे समय पर 45 करोड़ रुपए खर्च किए जब एक-एक रुपया बचाने की जरूरत थी। दिल्ली के धरोहर वाले इलाके सिविल लाइन्स में आवास में इतना बड़ा काम कराने के लिए उन्होंने दिल्ली शहरी कला आयोग (डीयूएसी) से कोई अनुमति नहीं ली जबकि यह अनिवार्य नियम है। इसी प्रकार से 45 करोड़ रुपए का कोई टेंडर नहीं निकाला। ये सब घोटाला नहीं तो और क्या है।
भाजपा नेत्री ने कहा कि ये पूरी पार्टी ही ऐसी है…जो सवाल इनसे पूछे जाते हैं उनके ये सीधे जवाब कभी नहीं देते। लोगों को इस बात की सूचना होनी चाहिए कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी चार्जशीट में तीन जगह संजय सिंह का नाम लिखा और एक जगह राहुल सिंह की जगह संजय सिंह लिखा गया। ईडी की तरफ से यह टाइपिंग त्रुटि थी जिसके करेक्शन की उसने अनुमति मांगी जबकि उन्होंने झूठ बोल दिया कि ईडी ने माफी मांगी है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने लोगों के पैसे लूटने का एक जरिया भी नहीं छोड़ा है। एक नियम है कि फर्नीचर/सज्जा की लागत एक निश्चित मूल्य से अधिक होने की स्थिति में वित्त विभाग की सहमति की आवश्यकता होती है, पर केजरीवाल ऐसा करने से बच गए और ‘होशियारी’ का स्वांग रच कर देश को लूटा। साथ ही उन्होंने ई-टेंडर प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करने, ठेकेदार को ‘लाभ’ देने और अपने भव्य घर के शानदार निर्माण गतिविधियों को करने के संबंध में भी कई अवैध प्रयास किए हैं।