अजमेर। मंडल रेलवे अस्पताल ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए टोटल एल्बो रिप्लेसमेंट सर्जरी अर्थात संपूर्ण कोहनी प्रतिस्थापन सर्जरी सफलतापूर्वक की है। इस प्रकार अब रेल कर्मचारियों को यह सुविधा अजमेर रेलवे अस्पताल में ही उपलब्ध हो सकेगी यह उपलब्धि रेलवे अस्पताल अजमेर का जोड़ और आर्थोस्कोपी के लिए उन्नत केंद्र में रूपांतरण को सिद्ध करती है।
सेवानिवृत्त तकनीशियन की 63 वर्षीय पत्नी बाएं कोहनी में दर्द से पीड़ित थी, जो बाएं कोहनी ठीक से घूमाने में भी असमर्थ थी। वह बाएं कोहनी से कोई भी गतिविधि करने में सक्षम नहीं थी। मरीज ने कई जगहों पर इलाज कराया, लेकिन दर्द और कोहनी न मुड़ने की समस्या से राहत नहीं मिली। वह रेलवे अस्पताल अजमेर के हड्डी रोग विभाग में आई।
अजमेर के मंडल रेलवे अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में उसकी पूरी जांच की गई और बाएं कोहनी के जोड़ में पोस्ट ट्रॉमेटिक गंभीर ऑस्टियोआर्थराइटिस का मामला पाया गया। शुक्रवार को उसकी सम्पूर्ण कोहनी प्रतिस्थापन सर्जरी की गई।
सम्पूर्ण कोहनी प्रतिस्थापन सर्जरी में कोहनी के जोड़ के क्षतिग्रस्त हिस्से जिसमें ह्यूमरस और अल्ना हड्डी शामिल है को कृत्रिम घटकों से बदल दिया जाता है। कृत्रिम कोहनी का जोड़ उच्च गुणवत्ता वाली धातु मिश्र धातु और पॉलीइथिलीन भाग से बना होता है। अभी तक देश के कुछ उन्नत आर्थोपेडिक्स केंद्रों में ही संपूर्ण कोहनी प्रतिस्थापन किया जाता है।
संपूर्ण कोहनी प्रतिस्थापन की सुविधा शुरू होने के साथ मंडल रेलवे अस्पताल अजमेर ने आर्थोपेडिक्स में भारत के अत्यधिक उन्नत केंद्रों की चयनित सूची में स्थान बना लिया है क्योंकि अन्य सर्जरी जैसे संपूर्ण घुटने के जोड़ प्रतिस्थापन, संपूर्ण कूल्हे का प्रतिस्थापन और उन्नत आर्थोस्कोपिक सर्जरी पहले से ही रेलवे अस्पताल अजमेर में की जाती हैं।
हाल ही में पीसीएमडी डॉ पीसी मीना, मंडल रेल प्रबंधक आलोक अग्रवाल और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक रेलवे अस्पताल डॉ अरुण कुमार के प्रयासों से कई नए परिष्कृत उन्नत सर्जरी उपकरण खरीद के लिए प्रक्रियाधीन हैं। इससे रेलवे अस्पताल अजमेर में मरीजों की देखभाल सेवाओं में और वृद्धि होगी।
संपूर्ण कोहनी प्रतिस्थापन सर्जरी आर्थोपेडिक सर्जन डॉ राज कुमार मीना द्वारा की गई और डॉ प्रिया गर्ग द्वारा एनेस्थीसिया दिया गया। रेलवे अस्पताल में लगातार इस उपलब्धियों के कारण ही अब मरीजों को अजमेर में ही गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं मिल रही हैं और उन्हें अन्य बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं है।