पशुओं को ट्रेक पर आने से रोकने के लिए ट्रैक फेन्सिंग कार्य शुरू

अजमेर। रेलवे ट्रैक पर पशुओं के साथ आम लोगों की आवाजाही रोकने के लिए रेल प्रशासन ने कमर कस ली है। अजमेर मण्डल में ट्रैक के पास अब बम्बू और बल्ली की बाड़ भी लगाई जाएगी।

रेल प्रशासन ने अजमेर मण्डल पर संवेदनशील स्थानों की पहचान की है जहां अधिक संख्या में जानवर ट्रैक पर आ जाते हैं। पशुओं के ट्रेन से टकराने की घटनाओं को रोकने के लिए अजमेर मण्डल मे सर्वप्रथम मारवाड़ ज- पालनपुर खंड पर 56 किलोमीटर लंबाई के रेलमार्ग पर बम्बू और बल्ली लगाकर फेन्सिंग की जाएगी। ज्वाला कन्स्ट्रक्शन व आरती कन्स्ट्रक्शन को इस कार्य हेतु हेतु टेन्डर भी कर दिया गया है और कार्य प्रारंभ भी हो चुका है।

मिशन रफ्तार के तहत देश में ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए काम हो रहा है। अजमेर –पालनपुर रेलमार्ग पर ट्रेनों की रफ्तार 110 से बढ़ाकर 130 किलोमीटर प्रतिघंटा करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। हाल ही में जोधपुर-साबरमती वंदे भारत ट्रेन का भी संचालन प्रारंभ हुआ है जो की अजमेर मण्डल के इसी मारवाड़ जं –पालनपुर खंड से होकर गुजरती है। अतः इस खंड पर बम्बू और बल्ली की फेन्सिंग से निर्बाध ट्रेन संचालन मे सहायता मिलेगी और पशुधन की हानि भी नहीं होगी।

वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर बिपिन सिंह ने पशुपालकों से अपील की है की वे अपने पशुओं को खुले ट्रैक पर ना छोड़ें। इसी तरह कई स्थानों पर स्थानीय लोग भी पटरी पर या उसके आसपास कचरा फेंकते हैं जिससे जानवर वहां भोजन की खोज में पहुंच जाते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। जिससे ना केवल पशुधन की हानि होती है अपितु ट्रेन के पटरी से उतरने की संभावना भी रहती है औ ट्रेन संचालन में बाधा उत्पन्न होती है।

मण्डल रेल प्रबंधक राजीव धनखड़ ने रेलवे इंजीनियरिंग विभाग द्वारा किए जा रहे फेंसिंग के इस कार्य की सराहना की है और कहा है की पशुओं व आमजन का बहुमूल्य जीवन बचाने और निर्बाध रेल संचालन हेतु किए जा रहे इस कार्य से सभी को लाभ होगा और ट्रेन संचालन व जन व पशुधन हानि को बचाने मे महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।