अजमेर। राजस्थान में अजमेर संभाग के केकड़ी जिले के भिनाय कस्बे में सोमवार को धुलण्डी में अनूठी परम्परा को जारी रखते हुए कोड़ा मार होली खेली गई।
भिनाय में जहां सुबह गुलाल-अबीर-रंग की होली खेली गई, वहीं शाम में कस्बे के मुख्य महावीर बाजार, नेताजी की गली में भैंरु जी स्थापना, ढोल की थाप और बांक्या बजाकर कोड़ा मार होली का आगाज हुआ।
दो हिस्सों में बंटी इस जंग के लिए गुलबांस के 14 फीट ऊंचे रस्से और हाथों में रंग के पानी में भीगे कोड़ा लिए ‘योद्धा’ मैदान में डट गए और फिर परस्पर कोड़ों की बौछार कर कोड़ा मार होली खेल कर परम्परा को निभाया गया।
कोड़ा मार होली खेलने की इस परम्परा में कस्बे के अलावा बाहर के लोग भी हिस्सा लेते हैं। पूरा कस्बा इस ‘प्यार की जंग’ को देखने इकट्ठा होता है। स्थानीय पुलिस प्रशासन सुरक्षा के भी इंतजाम करता है।
उल्लेखनीय है कि कोड़ा मार होली की यह अनूठी परम्परा 450 साल पूर्व भिनाय ठिकाने की स्थापना के समय शुरू हुई थी, जो आज भी निभाई जा रही है।