पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव के प्रदेश में लाखों लोगों को रोजगार देने और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के जाति आधारित गणना कराने के दावों पर पलटवार करते हुए आज कहा कि बेकार में मेरे काम का क्रेडिट (श्रेय) कोई और ले रहा है।
कुमार ने बुधवार को आपदा प्रबंधन विभाग के एक कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान गांधी के बयान कि उनके कहने पर मुख्यमंत्री ने बिहार में जातीय गणना करवाई है, पर कहा कि यह सब फालतू की बात है। उन्होंने नौ पार्टियों की सामूहिक बैठक में यह निर्णय लिया था। वर्ष 2019 और वर्ष 2020 में उन्होंने बिहार विधानसभा और विधान परिषद् में भी जाति आधारित गणना की बात कही थी।
इसके बाद वर्ष 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने गए थे। बाद में अपने स्तर पर उन्होंने जातीय आधारित गणना करवाई। यह सबकुछ मेरा किया हुआ है, बेकार में इसका क्रेडिट कोई ले रहा है। हमने बहाली का काम भी किया है। यह सब सात निश्चय- 2 में का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री से जब पूछा गया कि पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव कह रहे हैं कि हमारे 17 महीने की सरकार आपके (कुमार) 17 साल की सरकार पर भारी है, इसपर उन्होंने कहा कि यह सब बेकार की बातें हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि पहले कितने लोगों को रोजगार मिलता था। पहले पढ़ाई का स्तर क्या था। वर्ष 2005 से पहले के हालात को आपलोग भूल गए, इनलोगों (राजद) का राज जब था तो क्या होता था, शाम के वक्त घर से कोई निकलता था क्या।
कुमार ने कहा कि पहले यहां कोई विकास कार्य नहीं होता था, जब हम आए तभी अच्छे और बड़े भवनों का निर्माण कार्य शुरू करवाया। लोगों को इलाज के लिए सारी व्यवस्थाएं की गईं। अच्छी सड़कों और पुल-पुलियों का निर्माण कार्य शुरू हुआ।
जब हम सांसद थे और केंद्र में मंत्री थे तब 12-12 घंटे अपने इलाके में घूमते थे लेकिन सड़कें खराब रहने के कारण पैदल चलना पड़ता था लेकिन अब यह स्थिति नहीं है। अब लोग गाड़ियों पर बैठकर सुविधापूर्वक आवागमन कर रहे हैं। उनकी सरकार ने गांवों में पक्की गली और नाली का निर्माण करवाया। उन्होंने कहा कि सब काम मेरा करवाया हुआ है। कुछ लोगों को केवल पब्लिसिटी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने नौकरी के बदले जमीन मामले में राजद अध्यक्ष लालू यादव एवं उनके परिवार तथा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसने के सवाल पर कहा कि उनपर चार्जेज (आरोप) तो बहुत दिन पहले से है। उन्होंने कहा कि इसपर जांच स्वाभाविक है।
कुमार ने इंडिया गठबंधन से संबंधित सवाल पर कहा कि हम तो नाम भी कुछ दूसरा कह रहे थे लेकिन मेरी बात नहीं मानी गई। वे लोग अपने मन से नाम रख दिए। गठबंधन में कोई काम नहीं हो रहा था। आज तक उस गठबंधन में सीटों को लेकर फैसला नहीं हो पाया। कौन कहां से चुनाव लड़ेगा इन सब पर कोई चर्चा नहीं, तब हमने गठबंधन छोड़ने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि जिनके साथ हम पहले थे अब फिर से वहां आ गए हैं। अब सब दिन हम इधर ही रहेंगे। हम केवल विकास के काम में लगे रहते हैं और आगे भी लगे रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 10 फरवरी को सदन में राज्यपाल का अभिभाषण होगा और उसी दिन बहुमत सिद्ध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके बाद 12 फरवरी से बजट सत्र चलेगा।