बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर के चर्चित पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के आरोप में कांग्रेस नेता के भाई को पुलिस ने दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया। इस मामले के मुख्य आरोपी ठेकेदार व कांग्रेसी नेता सुरेश चंद्राकर घटना के बाद से फरार हैं। फरार आरोपी को पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रशासन को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
गौरतलब है कि पत्रकार मुकेश गत एक जनवरी से लापता था जिसकी रिपोर्ट परिजनों ने थाने में दर्ज कराई थी। इसके दो दिन बाद कल यानी शुक्रवार को कांग्रेसी नेता सुरेश चंद्रा कर के कंस्ट्रक्शन कंपनी के परिसर के सेप्टिक टैंक में मुकेश की लाश मिली थी। शव को तीन घंटे की मशक्कत के बाद शाम लगभग सात बजे निकाला गया। मृतक पत्रकार के सर के पीछे चोट के निशान थे। इसके साथ ही पूरे शरीर में आठ से दस स्थान पर गंभीर चोटे थीं।
हत्यारों ने पूरी योजना के साथ नृशंस तरीके से मुकेश की हत्या की थी। हत्यारों ने फिल्मी स्टाइल में साक्ष्य को छिपाने के लिए शव को सेप्टिक टैंक में फेंककर ऊपर से फ्लोरिंग कर दी थी ताकि किसी को लाश का पता न चले। पुलिस ने पत्रकार के मोबाइल लोकेशन से ट्रेस कर मुकेश की लाश बरामद कर ली।
मुकेश व अन्य पत्रकार कांग्रेसी नेता के इस परिसर में बैडमिंटन खेलने भी जाया करते थे। कांग्रेसी नेता की ओर से बनाए गए गंगालूर रोड में भ्रष्टाचार का मुकेश ने खुलासा किया था जिसकी प्रशासन ने जांच शुरू की थी। इस पर मुकेश व सुरेश में विवाद भी हुआ था।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर के बड़े भाई युकेश के मुताबिक नए साल की रात साढ़े आठ बजे तक मुकेश राउत पारा के अपने घर पर ही था। देर रात कुछ लोग उसे अपने साथ बुलाकर ले गए, दूसरे दिन भी मुकेश दिखाई नहीं दिया और फोन भी बंद आ रहा था। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी। मुकेश के परिजनों ने हत्या के पीछे ठेकेदार व कांग्रेसी नेता सुरेश का हाथ होने का संदेह जताया।
इसके बाद गुरुवार यानी दो जनवरी की दोपहर बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने एएसपी चंद्रकांत व थाना प्रभारी की विशेष टीम बनाकर मामले की जांच प्रारंभ की। इस घटना में संदिग्ध कांग्रेसी नेता सुरेश फरार बताया जा रहा है। सुरेश का छोटा भाई रीतेश चंद्राकर भी फरार था जिसकी थार गाड़ी हैदराबाद में मिली थी। शुक्रवार की देर शाम पुलिस ने रीतेश को दिल्ली में पकड़ लिया।
मुख्यमंत्री ने बीजापुर के युवा और समर्पित पत्रकार मुकेश की हत्या पर अत्यंत दु:ख जताते हुए गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने प्रशासन को कड़ी कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया है और अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने को कहा है।
मुकेश नक्सल मामलों के साथ ग्रामीण पत्रकारिता के विशेषज्ञ थे। टेकुलगुडेम में अगवा सीआरपीएफ जवान राकेश्वर मन्हास को छुड़वाने में उन्होंने सरकार और नक्सलियों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी। मुकेश की हत्या के मामले में संभाग के पत्रकारों ने शनिवार को बीजापुर बंद का आह्वान किया। साथ ही अस्पताल चौक में सांकेतिक चक्का जाम भी किया।
कांग्रेसी शासन काल में विधायक विक्रम मंडावी के करीबी ठेकेदार व कांग्रेसी नेता सुरेश चंद्राकर 2021 में हेलीकाप्टर में बरात निकालने को लेकर चर्चा में आया था। शादी में उसने दस करोड़ रुपए खर्च किए थे। मूलत: बासागुड़ा में रहने वाला सुरेश का परिवार सलवा जुड़ूम आंदोलन के बाद बीजापुर आकर बस गया था और यहां ठेकेदारी करता था कुछ ही वर्षों में वह बड़ा ठेकेदार बन गया।