नई दिल्ली। केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने जून में होने वाली यूजीसी-नेट 2024 की परीक्षा को साइबर अपराध एजेंसी की एक रिपोर्ट मिलने के बाद बुधवार को परीक्षा को निरस्त करने की घोषणा की।
मंत्रालय ने कहा कि सरकार विद्यार्थियों के हितों की रक्षा और परीक्षाओं की पवित्रता बनाए रखने का प्रतिबद्ध है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि परीक्षा रद्द करने का निर्णय केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत साइबर अपराधों की निगरानी करने वाली एजेंसी भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) से प्राप्त सूचना के बाद लिया है। इस सूचना में प्रथमदृष्टया संकेत मिलता है कि इस बार परीक्षा कराने में ईमानदारी के साथ कुछ समझौता किया गया है।
मंंत्रालय ने कहा है कि नयी परीक्षा को कराने के बारे में सूचना अलग से जारी की जाएगी। सरकार ने आई4सी की सूचना के आधार पर इस मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी है।
उल्लेखनीय है कि अभी नीट की परीक्षा को लेकर भी देश भर में मामला चल रहा। बिहार पुलिस के आर्थिक अपराध प्रकोष्ट ने प्रश्न पत्र के लीक करने के मामले में कुछ तत्वों को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर रहा है। जिनमें कुछ अभ्यर्थी भी शामिल हैं।
नीट परीक्षा में गडबड़ी का मामला उच्चतम न्यायालय के समक्ष भी ले जाया गया है। न्यायालय ने सरकार को सुनवाई के दौरान मंगलवार को कहा कि धांधली में 0.001 प्रतिशत शामिल लोगों पर भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। कांग्रेस पार्टी ने 21 जून को नीट की परीक्षा में धांधली रोक पाने में सरकार की विफलता के खिलाफ पूरे देश में विरोध करने की घोषणा की है।