अजमेर। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने कहा है कि डबल इंजन की सरकार ने ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना (ईआरसीपी) को प्राथमिकता के साथ लेकर अपने वादे को प्रधानमंत्री मोदी ने पूरा करने का काम किया है।
शेखावत ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इसका लाभ राजस्थान एवं मध्यप्रदेश को समानांतर रूप से मिलेगा। परियोजना पर जल्द काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान और मध्यप्रदेश को 2500-2500 एसीएम पानी उपलब्ध होगा। चालीस हजार करोड़ से ज्यादा की इस परियोजना में 90 फीसदी बजट भारत सरकार का रहेगा और दोनों राज्यों को महज चार हजार करोड़ ही खर्च करने होंगे।
उन्होंने कहा कि ईआरसीपी बड़ी परियोजना है, दोनों राज्यों को अपनी व्यवस्था के तहत जमीन आदि से जुड़े मामलों में समय लग सकता है, बावजूद इसके परियोजना को पांच साल में पूरा कर लिया जायेगा। जिसके बाद प्रदेश 13 जिलों की 35 बांधों के जरिये अगले 30 साल की आवश्यकता पूरी हो सकेगी।
शेखावत ने इस मुद्दे पर राज्य की पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने राजनैतिक आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुझे भला बुरा, अपशब्द कहते इस योजना को लटकाए रखा और केवल गालवा-ईदरसा लिंक की 15 हजार करोड़ की परियोजना पर काम किया जिसको मूर्तरूप मिलता तो केवल अजमेर-जयपुर-टोंक को ही लाभ मिलता लेकिन मोदी विजन से राज्य के 13 जिलों की जनता को इसका लाभ मिलेगा। किसानों को सिंचाई, पेयजल के साथ जमीनी जलस्तर बढाने में मदद मिलेगी।
सिंह ने कहा कि मैं राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस बात के लिए बधाई देता हूं कि उन्होंने वादों पर तेजी से काम करना शुरू किया है। ईआरसीपी के अलावा पेपरलीक, भर्ती में अनियमताएं करने वालों के लिए एसआईटी का गठन किया गया ताकि अपराधियों को सजा मिल सके। जरूरत पड़ी तो केन्द्रीय जांच एजेंसी से भी जांच करा युवाओं को न्याय दिलाया जाएगा। उन्होंने उज्जवला गैस योजना का भी जिक्र किया जिसमें 450 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर का लाभ दिया जा रहा है।
लोकसभा चुनाव सामने होने के चलते राममंदिर तथा ईआरसीपी के ट्रम्प कार्ड के बाद राजस्थान में तीसरी ट्रम कार्ड क्या होगा के सवाल पर शेखावत ने कहा कि देखते जाईये आगे क्या होता है, लेकिन राममंदिर राजनीतिक विषय नहीं है, ये भाजपा का संकल्प था।
अजमेर में पानी की समस्या पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब ईआरसीपी का लाभ अजमेर को मिलेगा, बीसलपुर भरा रहेगा। अजमेर-जयपुर-टोंक में हमेशा के लिए पानी की समस्या का समाधान हो जाएगा।