जयपुर। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने देश में आरक्षण एवं संविधान को कोई खतरा नहीं बताते हुए कहा हैं कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और विपक्ष में उनके साथी इन पर राजनीति कर रहे हैं जो नहीं होनी चाहिए जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार कह चुके हैं कि आरक्षण और संविधान को कोई धक्का नहीं लगेगा।
अठावले सोमवार को यहां प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। आरक्षण और संविधान को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को लेकर किए गए सवालों पर उन्होंने कहा कि आरक्षण का मुद्दा राजनीतिक बनता जा रहा है और यह कोशिश राहुल गांधी और उनके साथी कर रहे लेकिन हम इस पर राजनीति नहीं कर रहे हैं तथा आरक्षण एवं संविधान के नाम कोई राजनीति नहीं होनी चहािए, जो करेगा उसे उसका नुकसान होता रहेगा। उन्होंने कहा कि मोदी बार बार बोल रहे हैं आरक्षण संविधान को कोई धक्का नहीं लगेगा लेकिन विपक्ष वाले राजनीति कर रहे है और इसका नेतृत्व राहुल गांधी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी संविधान को बचा रहे हैं जबकि राहुल गांधी संविधान को धोखा दे रहे हैं और उनका यह राजनीतिक प्रचार हैं। उन्होंने कहा कि संविधान खतरे में नहीं हैं जबकि कांग्रेस पार्टी खतरे में हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहित विपक्ष दलों ने लोकसभा चुनाव के समय आरक्षण और संविधान बदल देने एवं इसे खतरा बताकर भ्रामक प्रचार किया और कांग्रेस ने मोदी को हराने के लिए संविधान बदलेगा और आरक्षण जाएगा का जहरीला प्रचार किया था ताकि मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री नहीं बने और जवाहरलाल नेहरु का रिकॉर्ड नहीं तोड़े।
उन्होंने कहा कि लेकिन मोदी को नहीं हरा पाए हालांकि उसका थोड़ा नुकसान भी हुआ। यह प्रचार लोकसभा चुनाव के बाद भी चल रहा है लेकिन यह प्रचार पिछले दिनों हुए हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में नहीं चला। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में अब कोई दम नहीं रहा है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें दिल्ली में एक भी सीट नहीं मिली हैं। उन्होंने कहा कि संविधान बदलने का किसी को कोई अधिकार नहीं हैं और राहुल गांधी इस तरह की बयानबाजी करके अपनी पार्टी का ही नुकसान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केवल बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का नाम लेने से काम नहीं चलेगा। मोदी सरकार कई काम करा रही हैं। श्री अठावले ने कहा कि श्री मोदी संविधान को बचा रहे हैं राहुल गांधी संविधान को धोखा दे रहे हैं और उनका और विपक्ष का यह केवल राजनीतिक प्रचार हैं।
जातिगत जनगणना के सवाल पर अठावले ने कहा कि जब अनु्च्छेद 17 में जातिवाद समाप्त करने की बात कही गई हैं तो अब जाति के आधार पर कैसे जनगणना हो। यह सरकार के सामने भी यह समस्या हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि वे लोग सत्ता में आएंगे तो जातिगत जनगणना कराएंगे लेकिन वे सत्ता में ही नहीं आएंगे।
उन्होंने कहा कि जनता हमारे साथ हैं और हाल में हरियाणा और महाराष्ट्र का चुनाव जीता है और हमे कोई चिंता नहीं हैं। केन्द्र में नीतिश कुमार और चंद्रबाबू नायडू सहित हम सब साथ और मोदी सरकार पूरे पांच साल आराम से चलने वाली हैं और इसके बाद वर्ष 2029 के चुनाव में और मजबूती मिलने वाली हैं और सीटों का आंकड़ा 325 से 350 तक पहुंचने वाला है।
अठावले ने चुनावों में इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर उठाए जा रहे सवालों पर कहा कि इस पर आवाज उठाई जा रही है और आंदोलन भी किया जा रहा हैं लेकिन ईवीएम मोदी के समय नहीं आई हैं, यह कांग्रेस के समय आई हैं और ईवीएम लाने का सबका निर्णय था। उन्होंने कहा कि अगर बैलेट पेपर से ही चुनाव कराया जाता है तो भी हम तैयार हैं। उन्होंने कहा कि तभी हम ज्यादा सीटें जीतने वाले हैं।
उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने के सवाल पर अठावले ने कहा कि यह मुसलमानों के विरोध में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रित करने की आवश्यकता हैं क्योंकि आज भारत की जनसंख्या चीन से भी ज्यादा हो गई हैं।