जयपुर। राजस्थान की सोलहवीं विधानसभा के द्वितीय सत्र के दूसरे दिन भी सदन में विपक्ष का जोरदार हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित हुई।
प्रश्नकाल में आदिवासियों के डीएनए जांच मुद्दे को लेकर विपक्ष के सदस्य 11 बजकर 50 मिनट पर वेल में आकर नारेबाजी शुरु कर दी जिससे सदन में शोरगुल और हंगामा हुआ। इसके बाद शून्यकाल में नियम 295 के तहत विशेष उल्लेख प्रस्तावों पर सदस्य हरिमोहन शर्मा बिजली एवं पेयजल को लेकर अपनी बात रख रहे थे तभी 12 बजकर 12 मिनट पर विपक्ष के सदस्य वेल में आ गए और फिर नारेबाजी शुरु कर दी।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने विपक्ष के सदस्यों से अपनी जगहों पर जाने के लिए कहा लेकिन उनकी नारेबाजी जारी रही। इस दौरान शिक्षा मंत्री मदन दिलावर खड़े होकर बोलने लगे तो वेल में नारे बाजी कर रहे सदस्य और नारेबाजी करते हुए दिलावर की तरफ बढ़ने लगे और इस दौरान सत्ता पक्ष के लोग भी वेल में आ गए और हंगामा बढ़ गया। हंगामा बढ़ते देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12 बजकर 25 मिनट पर आधा घंटे के लिए स्थगित कर दी।
इसके बाद करीब पौने दो बजे नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली बोलने लगे इस पर सत्ता पक्ष के सदस्य और बाद में विपक्ष के सदस्यों के बोलने पर फिर शोरगुल और हंगामा हुआ। पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों के खडे होकर बोलने फिर आमने सामने होने लगे तभी अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 13 बजकर 44 मिनट पर भोजन अवकाश के लिए दो बजे तक स्थगित कर दी। इसके बाद सदन की कार्यवाही दो बजे फिर आधा घंटे के लिए स्थगित कर दी।