अलवर : पुलिस दबिश के दौरान बच्ची की मौत पर हंगामा

अलवर। राजस्थान में अलवर जिले के नौगांवा थाना क्षेत्र के रघुनाथगढ़ कॉलोनी में रविवार तड़के कथित साइबर ठगी के मामले में पुलिस के दबिश देने के दौरान एक पुलिस कर्मी के कथित रूप से चारपाई पर चढ़ने के दौरान एक डेढ़ महीने की बच्ची की मौत हो गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार एक गांव में पुलिस साइबर ठगी के मामले में दबिश देने गई थी, उसी दौरान एक पुलिसकर्मी कथित रूप से चारपाई पर चढ़ा जहां डेढ़ महीने की बच्ची सो रही थी। वह बच्ची उसके पैर के नीचे आ गयी। इससे उसकी मौत हो गई।

इसके बाद बच्ची के परिजनों ने हंगामा कर दिया। ग्रामीण गांव से अलवर पहुंचे जहां वे पुलिस अधीक्षक निवास पर धरने पर बैठ गए। मौके पर पूर्व मंत्री नसरूका सहित सेंकड़ों ग्रामीण दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तेजपाल सिंह ने बताया कि साइबर ठगी के मामले में सुबह दो गाड़ियों में दो पुलिस दल कार्रवाई करने के लिए गये थे और लोकेशन इस घर की आ रही थी। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध के मामले में पोर्टल पर जो भी सूचनाएं आती हैं उसके आधार पर पुलिस कार्रवाई करती है। इस मामले में इनकी शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मृतक बच्ची का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

दूसरी ओर इसको लेकर मेव समाज के लोगों ने पूरा थाना लाइन हाजिर करने और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। बाद में इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉक्टर तेजपाल सिंह और पीड़ित पक्ष के साथ वार्ता हुई जिसमें मामला दर्ज करने पर सहमति बन गयी।

डा़ तेजपाल सिंह ने बताया कि हेड कांस्टेबल जगबीर, गिरधारी और सिपाही सुनील, ऋषि और शाहिद को लाइन हाजिर किया गया है।
इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक निवास के चारों तरफ पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इस मौके पर कांग्रेस के नेता गफूर खान सहित कई जनप्रतिनिधि पुलिस निवास पर मौजूद थे।

पुलिस कार्यवाही पर खड़ा होता है सवालिया निशान : जूली

राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा है कि अलवर जिले के नौगांवा पुलिस थाना क्षेत्र की रघुनाथगढ़ कॉलोनी में पुलिस की कार्यवाही के दौरान एक डेढ़ महीने की बच्ची की मौत हो गई जो पुलिस की कार्यवाही पर सवालिया निशान खड़ा करती है।

जूली ने रविवार को अपने बयान में कहा कि आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए और पूरे थाने को लाइन हाजिर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है।

उन्होंने कहा कि अलवर सहित राजस्थान में अपराध चरम पर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सरकार का अंकुश नहीं है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को उचित न्याय मिले इसके लिए सरकार को प्रयास करने चाहिए।

उन्होंने कहा कि हत्या के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का काम करेंगे। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि केवल गरीबों और कमजोर तबके के लोगों पर ही भाजपा सरकार का बुलडोजर चलेगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जीरो टॉलरेंस की नीति का ढिंढोरा पीटने वाली राज्य सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है।

उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि अलवर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश की पहचान अपराध मुक्त की जगह अपराध युक्त प्रदेश के रूप में हो गई है। भाजपा की प्रदेश सरकार में पूरी तरह से जंगल राज है।

उन्होंने कहा कि अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है, दिन दिनदहाड़े खुलेआम हत्या की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध चरम सीमा को पार कर गया है। भ्रष्टाचार, महंगाई और घूसखोरी बढ़ गई। उन्होंने कहा कि पुलिस ने घटना की तह तक न जाकर मामले को दबाने की पूरी कोशिश की है।

डीग में साइबर ठगी करते 17 आरोपी अरेस्ट

डीग। राजस्थान में डीग जिले के जुरहरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने सायबर ठगी करते 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि मुखबिर की सूचना पर समधारा गांव के जंगल में पुलिस ने दबिश दी जहां फसल की आड़ में छिप कर लोगों को साइबर ठगी का शिकार बना रहे 17 आरोपियों को दबोंचकर उनसे 23 एण्ड्रॉईड मोबाईल फोन, 34 फर्जी सिम कार्ड, छह फर्जी एटीएम कार्ड, सायबर ठगी से अर्जित रकम से खरीदी गई छह मोटरसाईकिलों के साथ 1170 रुपये बरामद किये हैं।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया पर लड़की की फर्जी आईडी से सेक्सटॉर्शन के साथ लहंगा, साड़ी, लेपटॉप, गाय-भैंस, गाड़ी एवं नकली सोने जैसी पीतल की ईंटों को सस्ते दामों में बेचने का विज्ञापन डालकर अनजान लोगों से डिलीवरी चार्ज के रूप में रूपए ऐंठने की सायबर ठगी में लगे थे।