हाथरस। उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में मंगलवार को एक सत्संग कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मचने से कम से कम 116 लोगों की मृत्यु हो गई। मरने वालों के ज्यादातार महिलाएं शामिल हैं।
राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने देर शाम पत्रकारों को बताया कि अभी तक की प्राप्त जानकारी के अनुसार हादसे में 116 लोगों की मृत्यु हुई है जबकि 18 घायल है। मृतकों में सात बच्चे और एक पुरुष के अलावा अन्य महिलाएं है। मृतकों में 72 की शिनाख्त हो चुकी है।
पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि अपर पुलिस महानिदेशक आगरा और अलीगढ़ की मंडलायुक्त को प्राथमिक जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जांच में जो तथ्य प्रकाश में आएंगे, उसके आधार पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
अलीगढ़ की मंडलायुक्त ने कहा कि घायलों का इलाज अलीगढ़ में चल रहा है। मामले की प्रारंभिक जांच के बाद अग्रतर कार्रवाई की जाएगी। उन्होने कहा कि कार्यक्रम की अनुमति जिला प्रशासन से ली गई थी मगर अभी यह जांच का विषय है। आयोजकों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक समेत तमाम उच्च अधिकारियों को हाथरस भेजा है और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री खुद राहत एवं बचाव कार्य की पल पल की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने हादसे के कारण की जांच के लिए अपर पुलिस महानिदेशक आगरा और अलीगढ के मंडलायुक्त की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया है। समिति 24 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रेषित करेगी। उन्होंने हादसे में मृतकों के परिजनों को दो दो लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की अनुग्रह राशि जारी करने के निर्देश दिए हैं।
योगी ने कहा कि घटना अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है। स्थानीय आयोजकों ने भोले बाबा का एक कार्यक्रम आयोजित किया था। कार्यक्रम के बाद, जब सत्संग के प्रवचनकर्ता मंच से नीचे आ रहे थे, तभी अचानक भक्तों की भीड़ उनकी ओर दौड़ने लगी उन्हें छूने के लिए और जब सेवदारों ने उन्हें रोका, तो वहां यह हादसा हो गया।
इस पूरे मामले की जांच के लिए हमने अतिरिक्त डीजी आगरा की अध्यक्षता में एक टीम गठित की है और उनसे विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। घटना को देखते हुए राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी वहां कैंप कर रहे हैं। राज्य सरकार के तीन मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, संदीप सिंह, असीम अरुण, तीनों मौके पर हैं।
हाथरस के जिलाधिकारी आशीष कुमार पटेल ने पत्रकारों को बताया कि सिकंदराराऊ तहसील में मुगलगढ़ी नेशनल हाइवे पर फुलरई गांव में आज एक धार्मिक आयोजन के समापन पर उमस के बीच बाहर निकलने की जल्दी में भगदड़ मच गई जिससे कई हताहत हुए है। उन्होंने कहा कि यह एक निजी कार्यक्रम था जिसकी अनुमति एसडीएम से ली गई थी और कार्यक्रम के मद्देनजर सभी संभव इंतजाम किए गए थे।
एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि पड़ोसी जिले हाथरस में भगवान शिव के सत्संग कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मचने से 27 लोगों की मृत्यु हुई है जिनके शव यहां मेडिकल कालेज भेजे गए हैं जिनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल है जिनकी शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे ज्यादा की जानकारी उन्हें नहीं है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार तहसील में मुगलगढ़ी नेशनल हाइवे पर फुलरई गांव में आज मानव मंगल मिलन सदभावना समागम समिति नामक संस्था ने आज सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया था जिसमें बड़ी तादाद में श्रद्धालु एकत्र हुए थे। कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मचने से कई लोग हताहत हुए।