अजमेर। राजस्थान के अजमेर में सफाई कर्मियों की हड़ताल के चौथे दिन गुरुवार को वाल्मीकि समाज ने विशाल रैली निकाल कर भर्ती में समाज के लोगों को वरीयता दिये जाने की मांग की। वाल्मीकी समाज ने शहर के लौंगिया मौहल्ले से निकाली गई रैली नगर निगम तक पहुंची।
रैली में कोरोनाकाल के दौरान की वह झांकी निकाली जिसमें ये संदेश दिया गया कि विषम परिस्थितियों में भी जब कोई शव के पास तक नहीं जाना चाहते थे, वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मियों ने जिम्मेदारी से दायित्व निभाया। झांकी पीपी किट पहने सफाई कर्मी एक प्रतिकात्मक शव को सम्भालते दिखाए गए। रैली में समाज के महिलाओं-पुरूषों, युवाओं व बुजुर्गों ने हाथों में कालीपट्टी बांधी थी और काले झंडे लेकर सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे।
समाज की रैली नगर निगम पहुंच कर सम्पन्न हुई, जहां मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपकर भर्ती में समाज के लोगों को प्राथमिकता दिए जाने की मांग की। इसके साथ ही विपरीत परिस्थितियों में उनके योगदान तथा जाति प्रमाणपत्र के आधार पर स्थाई नियुक्ति दिलाने की मांग की। स्थानीय वाल्मीकि नेताओं ने चेतावनी भी दी कि जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मानती, शहर की सफाई व्यवस्था ठप रहेगी।
उल्लेखनीय है कि शहर में पिछले चार दिन से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। शहर के बाहरी एवं अंदरूनी इलाकों में गंदगी के ढेर से पटे हुए हैं। दरगाह क्षेत्र के कुछ क्षेत्रों में सड़ांध भी आ रही है। आज सुबह से हुई बरसात ने भी सफाई व्यवस्था के लिए कोढ़ में खाज का काम किया है।