चित्तौड़गढ़। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने चित्तौड़गढ़ जिले के बस्सी वन नाके पर पदस्थ नाकेदार अब्दुल सलीम को उसके नौकर के साथ साठ हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाश सांदू ने आज बताया कि गत 25 जून को आंवलखेड़ा बस्सी निवासी भगवान लाल कुमावत ने शिकायत दर्ज करवाई कि वह बस्सी के वन क्षेत्र स्थित गांवों की निजी आराजी से जलाऊ लकड़ियां ट्रेक्टर से लेकर आते बस्सी वन नाकेदार अब्दुल सलीम ने उसे पकड़ डेढ़ लाख रुपए चालान के ले लिए और रसीद भी नहीं दी। साथ ही वह हर महीने 50 हजार रुपए स्वयं के लिए और 30 हजार रुपए अन्य कार्मिकों के लिए रिश्वत के मांग रहा है।
शिकायत के सत्यापन 27 जून को सत्यापन के दौरान साठ हजार रुपए मासिक बंदी तय होने की बात सामने आई। आरोपी ने परिवादी को सोमवार रात अपने आवास पर राशि लेकर बुलाया जहां देर रात साठ हजार की रिश्वत लेते उसे ब्यूरो के दल ने दबोच लिया, साथ ही सहयोग करने पर मौके से उसके नौकर पारसोली निवासी मदनलाल गुर्जर को भी गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि आरोपी लक्जरी लाइफ जीने का आदि है और हाल ही उसने अपनी बेटी के विवाह समारोह में करोड़ों रुपए खर्च किए थे।