अजमेर। बड़ा धड़ा पंचायत के तत्वावधान में वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव कि आज भव्य शुरुआत हुई। सुबह नसियां जी से निकले एक रथ पर आदिनाथ भगवान, वासपूज्य भगवान, नेमिनाथ भगवान विराजमान थे और दूसरे रथ पर चार प्रतिमाएं भगवान महावीर स्वामी की विराजमान थीं।
किशनगढ़, बीर, अजमेर के रथ ने बढ़ाई जुलूस की शोभा
जुलूस यात्रा में किशनगढ़ बिरगांव और पंचायत अजमेर के रथ ने आयोजन को स्वर्णिम बना दिया। पंचायत रथ पर प्रदीप पाटनी, बिरगांव रथ पर ताराचंद सेठी प किशनगढ़ रथ पर चंदू वेद परिवार बैठे। आठ अश्व रथ पर अरुण सेठी, मुकेश सेठी, अनिल पाटनी, पवन गदिया, सरस्वती पाटनी रूपश्री मोडासिया मंगल चंद पाटनी जिनवाणी लेकर बैठे। रथ यात्रा नसियां जी से चौपाटी रोड, मित्तल चैंबर होती हुई छतरी योजना पहुंची। आचार्य सुनील सागर जयकारों से माहौल गूंज उठा।
इस अवसर पर आचार्य सुनील सागर जी महाराज ने प्रवचन करते हुए कहा कि सामाजिक एकत्रीकरण का भाव आवश्यक है। हमें टुकड़े-टुकड़े में नहीं जीना है। एक पाषाण एक मूर्ति होनी चाहिए। अजमेर की छवि संपूर्ण हिंदुस्तान में है। अजमेर दिगंबर जैन समाज एक जाजम पर बैठे तभी हमारा आना सार्थक है। सामाजिक एकता से हृदय की विशालता बढ़ती है और समाज उन्नति पर चलता है। आज रथ यात्रा महोत्सव का यही उद्देश्य होना चाहिए कि समाज टुकड़े में नहीं संकल्पित होकर जिएं और साथ चलें। प्रवचन सभा में मनोज मोडासिया, बसंत सेठी, अनिल गदिया, मनीष सेठी आदि उपस्थित थे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत भजन गायक राहुल भट्ट ने समां बांध दिया। एक शाम आचार्य सुनील सागर गुरु के नाम में भक्त भाव विभोर हो गए।