महाकुंभ नगर। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने शुक्रवार को कहा कि अब समय आ गया है कि सरकारें हिदू मंदिरों को उन्हें वापस करें। इसके लिए विजयवाड़ा में ढाई लाख लोगों के साथ आंदोलन शुरू हो गया है जिसे तेज किया जाएगा।
विहिप द्वारा आयोजित विराट संत सम्मेलन के बाद पत्रकारों को संबोधित करते जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि संत सम्मेलन में हिंदुओं के मठ मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने पर गंभीर चर्चा की गई और इसके लिए आंदोलन तेज किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर भी संत महात्मा बहुत आक्रोशित दिखे। मानवाधिकार आयोग बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार पर मौन हो जाता है।
आलोक कुमार ने कहा कि आने वाले दिनों में हम मंदिरों को मुक्त कराने का आंदोलन तेज करेंगे। सरकारें मंदिरों का धन कानूनी या गैर कानूनी तरीके से अपने खाते में डाल रही हैं यह बंद होना चाहिए। संत सम्मेलन में इस बात पर भी चर्चा हुई कि वक्फ एक्ट केवल एक ही धर्म के लिए क्यों है।
हिंदू मंदिरों में दान देते हैं, सिख गुरुद्वारे में दान देते हैं और ईसाई गिरिजाघरों में दान देते हैं तो क्या सभी धर्मों के दान के लिए एक कानून नहीं होना चाहिए। सभी धर्मों के लिए एक कानून जब आएगा तब आएगा, वर्तमान में वक्फ एक्ट में प्रस्तावित संशोधन का हम समर्थन करते हैं।
विहिप के मीडिया प्रभारी अश्वनी कुमार ने बताया कि विराट संत सम्मेलन में जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि, आचार्य महामंडलेश्वर विशोकानंद, स्वामी राजेंद्र देवाचार्य, स्वामी हरिहरानंद, निर्मोही अखाड़ा के महंत राजेंद्र दास सहित बड़ी की संख्या में संत महात्मा शामिल हुए।