कांग्रेस को भनक लग जाती तो इतनी बड़ी कार्रवाई संभव ही नहीं थी : विष्णुदत्त शर्मा

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में गुजरात पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा की गई नशे के खिलाफ कार्रवाई के मामले में कांग्रेस द्वारा मध्यप्रदेश पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाने के बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने आज कहा कि इस कार्रवाई से कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है और कांग्रेस को अगर भनक लग जाती तो इतनी बड़ी कार्रवाई संभव ही नहीं थी।

शर्मा ने यहां संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस और इंटेलिजेंस, गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते और एनसीबी द्वारा चलाए गए संयुक्त ऑपरेशन की सफलता से कांग्रेस के नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है। कांग्रेस और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश पुलिस का मनोबल तोड़ने एवं प्रदेश को बदनाम करने का काम किया है। खुफिया एजेंसियां क्या जीतू पटवारी से पूछकर काम करेंगी?

उन्होंने कहा कि झूठ परोसने की भी एक सीमा होती है। इसके साथ ही उन्होंने पटवारी को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें पता होना चाहिए कि इंटेलिजेंस किसी को बताकर कार्रवाई नहीं करती। मध्यप्रदेश की पुलिस क्या आपको (पटवारी को) बताकर कार्रवाई करेगी।

उन्होंने कहा कि जीतू पटवारी प्रदेश की पुलिस को कार्रवाई को लेकर पता नहीं होने की बात कहकर झूठ का षड्यंत्र रच रहे हैं। कांग्रेस को भोपाल में कार्रवाई की अगर भनक लगती तो इतनी बड़ी कार्रवाई शायद हो ही नहीं पाती।

इस मामले में मंदसौर से गिरफ्तार एक आरोपी के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के साथ वायरल हो रहे फोटो को लेकर शर्मा ने कहा कि राजनीति में कोई किसी के साथ फोटो खिंचवा सकता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि वह व्यक्ति कौन है। उप मुख्यमंत्री देवड़ा के साथ फोटो का जिक्र जो जीतू पटवारी ने किया है, उसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हाल ही में दिल्ली में 5 हजार 600 करोड़ रुपए की ड्रग्स पकड़ी गई, उसका मुख्य आरोपी तुषार गोयल दिल्ली आईटी सेल का अध्यक्ष था, जीतू पटवारी को इस पर मौन तोड़ना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की पाकिस्तान परस्त इल्हान उमर के साथ और कांग्रेस के प्रधानमंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह की यासीन मलिक के साथ फोटो क्या जीतू पटवारी भूल गए हैं, वे ये फोटो भी मीडिया को बताएं।

इस मामले के कल खुलासे के बाद से ही इसे लेकर राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। जीतू पटवारी कानून व्यवस्था को लेकर लगातार राज्य सरकार को निशाने पर ले रहे हैं।