बांसवाड़ा। राजस्थान के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा है कि किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने के लिए नहर परियोजना बनाकर जनजाति क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
रावत शनिवार को कुशलगढ़ विधानसभा के सज्जनगढ़ के संदलाई ग्राम पंचायत में जनसभा में यह बात कही। उन्होंने कहा कि किसानों के पानी के लिए धन की कोई कमी नहीं है जो मांगा जाएगा, वो हर हाल में भारतीय जनता पार्टी सरकार की ओर से मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में प्रतिबद्ध है और इसी संकल्प के साथ राज्य की भजनलाल सरकार कार्य कर रही है।
किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने के लिए नहर परियोजना बनाकर इस जनजाति क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने हर घर नल योजना के माध्यम से करीब 60 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया है। सरकार नहर परियोजनाएं से जिले की छह तहसीलों बांसवाड़ा, बागीदौरा, गांगड़ तलाई, आनंदपुरी, कुशलगढ़ और सज्जनगढ़ को जोड़ रही है।
इससे 338 गांवों के 42 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। यहां माही परियोजना के बांध से 105 किलोमीटर लम्बी मुख्य नहर का निर्माण होगा। मुख्य नहर से वितरिका और माइनर निकालकर डिग्गी निर्माण कर फव्वारा पद्धति द्वारा सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
इस अवसर पर जनजातीय क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबू लाल खराड़ी ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में सिंचाई की सुविधाएं बढ़ें, इसके लिए भाजपा की डबल इंजन की सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। आदिवासी बहुल जिलों के विकास में राज्य सरकार ने कोई कमी नहीं रखी है। इसके लिए जनजाति विकास कोष की राशि 100 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1500 करोड़ रुपए की गई है। इससे क्षेत्र में पानी, सड़क, स्वास्थ्य सहित अन्य विकास कार्य कराए जा रहे हैं।
कार्यक्रम को भाजपा जिला अध्यक्ष पूंजीलाल गायरी ने भी संबोधित किया। इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीय, भाजपा के जिला अध्यक्ष पूंजीलाल गायरी, पूर्व संसदीय सचिव भीमाभाई डामोर, कुशलगढ़ प्रधान कानहिग रावत, सज्जनगढ़ प्रधान रामचंद्र डिंडोर आदि मौजूद थे।