श्रीनगर/जम्मू। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले 56 इंच के सीने की बात करते थे लेकिन अब नहीं करते हैं और इससे साबित होता है कि हमने उनका आत्मविश्वास तोड़ दिया है।
गांधी ने जम्मू-कश्मीर में सोमवार को दो चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमने मनोवैज्ञानिक दबाव बनाकर मोदी का आत्मविश्वास तोड़ा है। अब पहले की तरह न 56 इंच के सीने की बात करते हैं और ना ही उनके चेहरे पर पहले वाला आत्मविश्वास दिखता है। संसद से लेकर मोदी के किसी भी कार्यक्रम को देखिए कि उनमें भीतर पहले वाला विश्वास नहीं दिखता है और हमने मनोवैज्ञानिक तरीके से कमजोर कर उनका आत्मविश्वास तोड़ दिया है।
गांधी ने कहा कि इंडिया गठबंधन ने नरेंद्र मोदी को हमने साइकोलॉजिकली तोड़ दिया है, जो पहले नरेंद्र मोदी थे 56 इंच की छाती वाले, वो आज नहीं हैं। आज विपक्ष जो भी करवाना चाहता है, हम वो करवा देते हैं। मोदी सरकार कानून लाती है, हम उनके सामने खड़े हो जाते हैं, वे क़ानून पास नहीं करते और फिर नया क़ानून लाते हैं। मोदी जी का कॉन्फिडेंस खत्म हो चुका है। उनकी साइकोलॉजी को हमने तोड़ दिया है। यह उनके चेहरे पर साफ़ दिखता है। मोदी पहले जैसे थे, वे अब वैसे नहीं रहे।
उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस के लोग पूरे देश में नफरत और हिंसा फैलाते हैं और भाई को भाई से लड़ाते हैं। इनकी राजनीति भी नफरत की है और नफरत को नफरत से नहीं काटा जा सकता। नफरत को सिर्फ मोहब्बत से ही ख़त्म किया जा सकता है। मोदी ने पूरे देश में बेरोजगारी फैला रखी है और वह केवल देश के दो-तीन अरबपतियों को फायदा पहुंचाते हैं।
एक तरफ मोदी सरकार ने चंद अरबपतियों का 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया तो दूसरी तरफ नोटबंदी, गलत जीएसटी लागू कर छोटे व्यापारियों और एमएसएमई को ख़त्म कर दिया। इसका नतीजा ये हुआ कि आज देश में कहीं भी रोजगार नहीं बन पा रहे हैं। हमारी सोच थी कि चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा मिल जाना चाहिए, लेकिन भाजपा सरकार ने ऐसा नहीं किया। चुनाव के बाद हम सरकार पर दबाव डालेंगे कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा मिले।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हिंदुस्तान में बहुत बार ऐसा हुआ है जब केंद्र शासित प्रदेश को राज्य बनाया गया है। कई बार राज्यों को दो भाग में बांटा गया है लेकिन इतिहास में पहली बार हुआ जब राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनाकर जम्मू-कश्मीर का हक छीना गया इसलिए हम चाहते हैं जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा वापस मिले और इसके लिए हम सरकार पर दबाव बनाएंगे और अगर ये नहीं करेंगे तो हम कर के देंगे। ये विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ नफरत फैलाने वाले लोग हैं दूसरी तरफ मोहब्बत की दुकान खोलने वाले लोग हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस विचारधारा की लड़ाई लड़ती है और इसके लिए हम कन्याकुमारी से कश्मीर तक चले फिर मणिपुर से महाराष्ट्र तक चले। इसका संदेश एक ही था-नफरत से किसी को फायदा नहीं होता इसलिए हमने हर नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली है लेकिन भाजपा-आरएसएस नफरत और हिंसा फैलाते हैं।