नई दिल्ली। कांग्रेसी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि एलआईसी, भारतीय स्टेट बैंक एवं कर्मचारी भविष्य निधि जैसे संगठनों में जमा आम जनता का पैसा अडानी समूह की कंपनियों में सरकार ने क्यों लगाया है और जब इसकी जांच की मांग की जा रही है तो सरकार चुप्पी क्यों साध रही है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस मामले में भ्रष्टाचार हुआ है और जब इस घोटाले की जेपीसी से जांच की मांग की जा रही है तो सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है और घोटाले की जांच भी नहीं कराई जा रही है।
गांधी ने कहा कि एलआईसी की पूंजी, अडानी को। एसबीआई की पूंजी, अडानी को। ईपीएफओ की पूंजी भी अडानी को। ‘मोडानी’ के खुलासे के बाद भी, जनता के रिटायरमेंट का पैसा अडानी की कंपनियों में निवेश क्यों किया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी, न जांच, न जवाब। आख़िर इतना डर क्यों।
प्रियंका वाड्रा ने कहा कि मोदी जी की निगरानी में एसबीआई का पैसा अडानी को, एलआईसी में लगा जनता का पैसा अडानी को, भविष्य निधि में जमा कर्मचारियों की मेहनत का पैसा अडानी को, लेकिन भ्रष्टाचार और अडानी की फर्जी कंपनियों की जांच नहीं कराएंगे। प्रधानमंत्री जी दोस्त बचाओ मिशन पर हैं, हमें एकजुट होकर देश बचाना है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जो पैसा अडानी समूह की कंपनियों में गलत तरीके से डाला गया है उसको लेकर सरकार से सवाल पूछे जा रहे हैं लेकिन न सवालों के जवाब दिए जा रहे हैं और ना आरोपों की जांच का काम किया जा रहा है।
इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने भी सवाल किया कि आखिर अडानी की संपत्ति कुछ ही साल में 12 लाख करोड़ रुपए कैसे पहुंची है और जब इस बारे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सवाल किया तो उनकी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
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